Home Remedies For Acidity: सीने में जलन और मुंह में आता है खट्टा पानी? तो एसिडीटी की काट हैं ये नुस्खे

Written By ऋतु सिंह | Updated: Jul 30, 2023, 11:18 AM IST

Acidity Home remedy

क्या आपको खाना खाने के बाद पेट और छाती में जलन महसूस होती है? यदि हां, तो एसिडिटी और सीने में जलन के लिए कुछ घरेलू उपचार रामबाण साबित होंगे.

डीएनए हिंदीः एसिडिटी या सीने में जलन एक सामान्य स्थिति है, लेकिन होती ये बेहद गंभीर है. पेट में अत्यधिक एसिड होने से गले और पेट तक जाने वाली फूड पाइप तेजी से क्षतिग्रस्त होती है और कई बार अलसर का कारण भी बन जाती है. फूड पाइप के निचले हिस्से में  एसोफेजियल स्फिंक्टर (एलईएस) होता है जो खाना या पानी पेट में ले जाने की अनुमति देता है और पेट में एसिड को वापस बढ़ने से रोकने के लिए बंद हो जाता है. हालांकि, कमजोर या शिथिल एलईएस पेट में एसिड को वापस ऊपर की ढकेलता है और इसी वजह से एसिडिटी या सीने में जलन होती है.

मितली, मुंह में कड़वा या खट्टा पानी आना, छाती और पेट में आग सी जलन, सांस लेने में परेशानी या बेचैनी एसिडिटी होने पर महसूस होती है.

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एसिडिटी के सामान्य कारण और लक्षण
अनहेल्दी खान-पान की आदतें और आरामदायक जीवनशैली एसिड रिफ्लक्स का कारण बनती है. इन कारणों से होती है एसिडिटी:

  1. विशेष रूप से ऑयली, प्रॉसेस्ड या मसालेदार अधिक खाने की आतद.
  2. खाना जल्दी-जल्दी गटकना और उसके तुरंत बाद लेट जाना.
  3. एक्सरसाइज और नींद की कमी.
  4. तनाव और चिंता.
  5. धूम्रपान करना या कैफीनयुक्त पेय पदार्थों का सेवन करना.

एसिडिटी में ये घरेलू उपचार तुरंत दिलाएंगे आराम:

एल्कलाइन फूड खाएं

एसिडिटी का इलाज एल्कलाइन फूड है, जो हमारे ब्लड का पीएच बैलेंस बनाए रखता है और सीने में जलन के जोखिम को कम करता है. सेब, केला, तरबूज, तरबूज, नट्स, ककड़ी, सलाद, साबुत अनाज, नारियल पानी और हर्बल चाय जैसे खाद्य पदार्थ रक्त पीएच स्तर बैलेंस करते है.

ठंडा छाछ
छाछ में मौजूद लैक्टिक एसिड जटिल खाद्य पदार्थों को पचाने में मदद करता है, और जब धनिये की ठंडक के साथ मिलाया जाता है, तो यह एसिड रिफ्लक्स को शांत करने और तुरंत राहत देने में मदद कर सकता है.

पुदीने के पत्ते
पुदीने की पत्तियां प्राकृतिक रूप से बहुत ठंडी होती हैं और इनमें उपचार करने वाले गुण होते हैं जो सीने में जलन के कारण होने वाली जलन को कम करते हैं. पुदीने की चाय का एक अच्छा कप एसिडिटी के लिए चमत्कार कर सकता है. कई लोग अपने नियमित पानी को ठंडा रखने के लिए उसमें पुदीने की पत्तियां और नींबू के टुकड़े मिलाते हैं, जिससे एसिडिटी कम करने में भी मदद मिलती है.

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एलोवेरा- लेमन जूस
कुछ लोग एलोवेरा जूस पीने का भी सुझाव देते हैं क्योंकि यह ठंडा और ताज़ा होता है जबकि कुछ लोग बेचैनी को दूर करने के लिए सेब-साइडर सिरका या नींबू का रस पसंद करते हैं.

एसिडिटी से बचना है तो जान लें ये नियम
आप कैसे सोते हैं, किस समय खाते हैं और पानी कब और कितना पीते हैं, ये सब आपकी एसिडिटी से जुड़ा है. एसिडिटी को दूर रखने के लिए नियमित रूप से भरपूर पानी पीना जरूरी है लेकिन खाना खाने के आधा घंटे पहले और बाद में ही पानी पीना चाहिए. अपना भोजन समय पर करें और खाने के 2-3 घंटे बाद सोएं, इससे आपके शरीर में पाचन की प्रक्रिया तेज हो जाएगी. यदि आपको एसिडिटी है तो बायीं करवट सोने से जलन से कुछ राहत मिल सकती है. योग और उष्ट्रासन को अपनी दिनचर्या में शामिल करें. 

एसिडिटी के त्वरित उपाय - 5 मिनट में राहत
एसिड रिफ्लक्स को रोकने के लिए दही और दही जैसे प्रोबायोटिक्स आवश्यक हैं. दही कूलिंग एजेंट के रूप में भी काम करता है और जलन को तुरंत दबा देता है. आप पानी में तुलसी के पत्ते या सौंफ के बीज भी उबाल सकते हैं, क्योंकि इन दोनों सामग्रियों की तासीर ठंडी होती है और ये तुरंत राहत देंगे. अपच या एसिड रिफ्लक्स के दौरान कैरम के बीज चबाना भी अद्भुत काम कर सकता है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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