Uric Acid का सफाया कर देगा ये औषधीय पत्ता, एक नहीं, इन 5 तरीकों से कर सकते हैं इस्तेमाल

Written By Abhay Sharma | Updated: Nov 05, 2024, 02:20 PM IST

Uric Acid Treatment.

Uric Acid Treatment in Ayurveda: आज हम आपको ऐसे ही एक औषधीय पत्ते के बारे में बताना जा रहे हैं, जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए किसी दवा से कम नहीं है और आप इसका सेवन भी अलग-अलग तरीके से कर सकते हैं. 

यूरिक एसिड (Uric Acid) एक ऐसी समस्या है, जिसके कारण मरीज को भयंकर जोड़ों के दर्द (Joint Pain) के साथ अन्य कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है. यह मरीज का चलना-फिरना तक मुश्किल कर देता है. आयुर्वेद में कई ऐसे पेड़-पौधे और पत्तियों को (Uric Acid Remedy), जिक्र मिलता है, जो यूरिक एसिड की समस्या को जड़ से खत्म कर सकती हैं. आज हम आपको ऐसे ही एक औषधीय पत्ते के बारे (Uric Acid Treatment in Ayurveda) में बताना जा रहे हैं, जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए किसी दवा से कम नहीं है और आप इसका सेवन भी अलग-अलग तरीके से कर सकते हैं. 

यूरिक एसिड का काल है ये औषधीय पत्ता
यह पत्ता है पान का.. जी हां, पान के पत्तों (Betel Leaf) में मौजूद औषधीय गुण कई बीमारियों को दूर रखने में मदद करते हैं. नियमित रूप से इसके सेवन से खून में घुले यूरिक एसिड का भी साफाया हो जाता है. ऐसे में अगर आप यूरिक एसिड के मरीज हैं और जोड़ों में दर्द, सूजन और गठिया के दर्द को कम करना चाहते हैं तो इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. इससे आपको जरूर फायदा मिलेगा.. 

यह भी पढ़ें: क्या है Seasonal Affective Depression? जानें क्यों सर्दियों में 'SAD' रहने लगते हैं लोग

किन तरीकों से करें इसका सेवन?

1- बता दें कि रोज सुबह खाली पेट एक पान का पत्ता चबाने से यूरिक एसिड लेवल कम करने में मदद मिल सकती है, साथ में 1 गिलास गुनगुना पानी पीने से इसका प्रभाव और भी अधिक बढ़ सकता है.

2- इसके अलावा 2-3 पान के पत्तों को अदरक के छोटे टुकड़ों के साथ मिलाकर एक काढ़ा बनाएं और फिर दिन में एक बार इसका सेवन करें, इससे यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है.

3- इसके रस का भी सेवन किया जा सकता है. इसके लिए 3-4 पत्तों को अच्छे से धोकर रस निकालें और फिर इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पी लें, यह यूरिक एसिड का स्तर संतुलित रखने में मदद करता है.

4- पान के पत्ते को ग्रीन टी के साथ मिलाकर पीने से यूरिक एसिड को कम किया जा सकता है, दरअसल  ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और पान के पत्ते के गुण मिलकर शरीर को टॉक्सिन्स से फ्री रखने में मदद करते हैं.

5- इसके अलावा पान के पत्तों के साथ तुलसी की कुछ पत्तियों को मिलाकर इसका काढ़ा बनाकर पीने से फायदा मिलता है, अगर आप यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे हैं तो इन 5 तरीकों से इसका सेवन कर सकते हैं. 
 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

ख़बरों जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.