डीएनए हिंदीः नसों में ब्लॉकेज का बड़ा कारण है कोलेस्ट्रॉल. एलडीएल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल नसों में जम कर खून के बहाव को रोकने लगता है. नसें सूज कर सख्त हो जाती हैं जिससे खून को बहने के लिए जगह नहीं मिल पाती है. यही कारण है कि हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है.
यहां आपको स्लो ब्लड सर्कुलेशन के लक्षण के साथ ही ये भी बताएंगे कि कैसे तुरंत खून के दौरे को बढ़ाया जा सकता है. कुछ नेचुरल हर्ब्स ऐसे हैं जो आसानी से ब्लड में जमी वसा या क्लॉटिंग को गला देते हैं. जिससे ब्लड के बहाव में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं.
स्लो ब्लड सर्कुलेशन लक्षण
1. अचानक से या बार-बार हाथ-पैरों का सुन्न होना
2. हाथों और पैरों में झुनझुनी या सुई सी चुभन महसूस होना
3. हाथ और पैर अचानक से सूजन का आना या सूजन बने रहना
4. जोड़ों में दर्द, अकड़न, चटक के साथ ही मांसपेशियों खिंचाव महसूस होना
5. पैरों में नसों का उभरना या स्किन पर नील पड़ना
6. बिना मेहनत के भी थकान महसूस होना
7. काम में एकाग्रचित न हो पाना या घबराहट महसूस होना
8. स्किन का रंग में बदलना पीला या नीला पड़ना
9. कब्ज-गैस और एसिडिटी की शिकायत रहना
10. वैरिकोज वेन्स का होना यानि बड़ी, क्षतिग्रस्त और सूजी हुई नसें पैरों में नजर आती हैं. कई बार इससे पैरों में बेतहाशा दर्द भी होता है. ये वेन्स अक्सर पैरों और पैरों के पंजे पर दिखाई देती हैं.
तेजी से ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा देंगे ये हर्ब्स, कोलेस्ट्रॉल होगा कम
1-मेडीकल न्यूज टूडे के मुताबिक लहसुन के पत्ते या ग्रीन लहसुन का सेवन करने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है. विटामिन सी से भरपूर ये पत्ते इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग करते हैं और ऑयरन को एब्जार्ब करने में मदद करते हैं. इसके पत्तों का सेवन करने से बॉडी में रेड ब्लड सेल्स की मात्रा में भी बढ़ोतरी होती है.
हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने में लहसुन का सेवन कई प्रकार से फायदेमंद है. सबसे पहले तो, इसमें एलीसिन (allicin) होता है जो कि एक सल्फर कंपाउंड है और लो डेंसिटी वाले कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. इसके अलावा ये आपके ब्लड वेसेल्स में एक प्रकार की गर्मी पैदा करता है जिससे ब्लड वेसेल्स साफ हो जाते हैं.
2-रक्त कोशिकाओं को खोलकर रक्त के प्रवाह को सुधारती है. सर्दियों में रक्त प्रवाह स्लो हो जाता है उसे अदरक संतुलित करता है. अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण के साथ साथ पावरफुल एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो सेहत के लिए बेहद अच्छे साबित होते हैं. इसलिए सही तरह अदरक का सेवन किया जाए तो हाई ब्लड प्रेशर और हाई कॉलेस्ट्रोल को कम किया जा सकता है.
3-अलसी के बीजों को कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए रामबाण माना जा सकता है. आयुर्वेद में इसे कोलेस्ट्रॉल कम करने का बेहतरीन तरीका माना गया है. आप अलसी के बीजों को पीसकर चूर्ण बना सकते हैं और रोज एक चम्मच चूर्ण गुनगुने पानी के साथ खाली पेट ले सकते हैं. अलसी के बीज में ओमेगा 3 (Omega 3) भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) को बेहतर करने में मदद करता है. इससे हार्ट अटैक (heart attack) का भी खतरा कम होता है. ऐसे में इसका सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है
4-मेथी गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है और ट्राइग्लिसराइड और बैड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करता है इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक से होने लगता है. मेथी में फोलिक एसिड, राइबोफ्लेविन, फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्व और आयरन, कैल्शियम, कॉपर, पोटैशियम जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं.
5-ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करने के लिए ग्रीन टी या ब्लैक टी का सेवन कर सकते हैं. ये चाय एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं, जो शरीर में रक्त वाहिकाओं की चौड़ाई को बढ़ाने में मददगार होती हैं. इससे आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेट बेहतर तरीके से होता है. हर्बल टी भी बहुत ही फायदेमंद है.
6-मंजिष्ठा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो वैरिकाज़ नसों में सूजन को कम करने और निचले पैरों में दर्द को कम करने में सहायता करते हैं. यह जड़ी बूटी रक्त की अशुद्धियों को साफ करने और घायल नसों और रक्त वाहिकाओं में परिसंचरण में सुधार करने के अलावा खराब पित्त दोष को प्रभावी ढंग से संतुलित करती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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