क्या है Inflammatory Bowel Disease? जानें आंतों को अंदर से सड़ा देने वाली इस खतरनाक बीमारी के लक्षण

Written By Abhay Sharma | Updated: Oct 13, 2024, 03:10 PM IST

Inflammatory Bowel Disease

क्या है Inflammatory Bowel Disease, जानें इस बीमारी से पीड़ित होने पर किस तरह के लक्षण नजर आते हैं और इससे बचाव के लिए क्या करें..

IBD यानी इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (Inflammatory Bowel Disease) आंतों से जुड़ी एक खतरनाक बीमारी है. इस स्थिति में मरीज को पाचन से जुड़ी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है. यहा तक कि कई मामलों में ये स्थिति जानलेवा भी हो सकती है. ऐसे में इस खतरनाक बीमारी के बारे में आपको जानकारी होना बेहद जरूरी है. आज हम आपको बताएंगे क्या है Inflammatory Bowel Disease और इससे पीड़ित होने पर किस तरह के लक्षण नजर आते हैं, साथ ही जानेंगे आईबीडी से बचाव के उपाय क्या हैं...  

Inflammatory Bowel Disease क्या है? 
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज दो तरह का होता है, पहला क्रोहन रोग (Crohn’s Disease) और दूसरा है अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative colitis). क्रोहन रोग ज्यादातर छोटी आंत के छोर को प्रभावित करता है और अल्सरेटिव कोलाइटिस में बड़ी आंत में सूजन की समस्या बढ़ने लगती है. इसकी वजह से शुरुआत दिनों में मरीज को पेट दर्द, खूनी दस्त, डायरिया, गैस आदि की समस्या का सामना करना पड़ता है और समय के साथ ये पाचन को पूरी तरह ठप कर देता है, जिससे मरीज की जान तक जा सकती है.        

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इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के लक्षण     

  • पेट में दर्द और ऐंठन की समस्या
  • थकान महसूस होना
  • तेजी से वजन कम होना
  • दस्त की समस्या
  • मल से खून आना
  • अत्यधिक कमजोरी महसूस होना 

कैसे करें इससे बचाव?
इस गंभीर बीमारी से बचाव के लिए खानपान और जीवनशैली में सुधार करना चाहिए. इसके लिए आहार में फाइबर से भरपूर फूड्स को शामिल करें और ज्यादा जंक फूड का सेवन करने से बचें. इसके अलावा ज्यादा रेड मीट का सेवन न करें, अत्यधिक शुगर वाली चीजों का सेवन करने से बचें और खुद को हाइड्रेटेड रखें. वहीं ऐसी स्थिति में नियमित रूप से व्यायाम करना बेहद बहुत जरूरी है.

इस बीमारी का पता लगाने के लिए डाॅक्टर ब्लड टेस्ट, मल के सैंपल की जांच, कंट्रास्ट रेडियोग्राफी, एमआरआई (MRI) और सीटी स्कैन (CT Scan) आदि कराने की सलाह देते हैं. इन टेस्ट की मदद से इस गंभीर बीमारी का पता लगाया जा सकता है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

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