डीएनए हिंदी: जब शरीर में ब्लड शुगर का लेवल लगातार हाई बना रहता है तो ये डायबिटीज में बदल जाता है. हालांकि, इससे पहले शरीर में शुगर न पचने के संकेत मिलने लगते हैं. बस इसे पहचान न पाने की भूल ही डायबिटीज का कारण बनती है.
जब भी शरीर में ब्लड शुगर हाई होता है तो उसका मतलब यही है कि आपके लिए जा रहे खाने से मिलने वाला ग्लूकोज तुरंत ब्लड में घुल जा रहा है और इंसुलिन इसे कंट्रोल नहीं कर पा रहा है. शरीर में जब शुगर नहीं पच पाता तो हाथ-पैर में झुनझुनी और ज्यादा प्यास लगने जैसी कई और समस्याएं होती हैं, जिसे अमूमन हम सामान्य समझने की भूल करते हैं.
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शुगर न पचने के Symptoms
थकान रहना-अगर आप मेहनत का काम नहीं कर रहे और आप आराम भी कर रहे लेकिन फिर भी थकान बनी रहती है तो समझ लें इसके पीछे कारण ये है कि आपका शरीर शुगर को पचा नहीं पा रहा.
शुगर न पचने से आपके अंदर एनर्जी की कमी होने लगती है. इससे थकान के साथ ही, सिरदर्द, थकान और पसीना अधिक आने की समस्या होती है.
मीठा खाने की तलब यानी स्वीट क्रेविंग- शरीर में शुगर ना पचने के पीछे मीठे की तलब भी एक बड़ा संकेत है. अगर आपको बार-बार मीठे की तलब जाग रही तो आप समझ लें कि शरीर में शुगर नहीं पच रहा. असल में जब जब शुगर पचाना बंद होता है तो सेल्स को ग्लूकोज नहीं मिलता है और से क्रेविंग के जरिए इसे ट्रिगर करती हैं. इससे कमजोरी बढ़ती है और मीठे की तलब भी.
बैली फैट का बढ़ना- अगर आपके पेट पर चर्बी बढ़ रही तो समझ लें कि ये शुगर न पचने का संकेत है. जब भी लो शुगर मोटाबॉलिज्म होता है तो बैली पर फैट डिपॉजिट होने लगता है.
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स्किन पर कालापन बढ़ना- अगर आपका स्किन बिना सन टैन के भी काला हो रहा या काले पैचेस नजर आ रहे तो समझ लें ये शुगर न पचने का संकेत है. शुगर न पचाने पर गर्दन, बगल, कमर या अन्य जगहों पर स्किन पर काला रंग का पैच नजर आने लगता है. ये प्री-डायबिटीज का संकेत है.
बार-बार इंफेक्शन होना- शरीर जब शुगर पचाना बंद होता है तब संक्रमण के चांसेज भी बढ़ते हैं. ऐसा कमजोर इम्यूनिटी के कारण होता है. इस कारण ही इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है.अगर बार-बार संक्रमण हो रहा तो शुगर की जांच जरूर करा लें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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