शरीर में दिखने लगे ऐसे लक्षण तो समझ लें बहुत बढ़ गया है इंसुलिन, जान लें खतरे और बचाव के तुरंत उपाय

ऋतु सिंह | Updated:Jul 25, 2023, 12:08 PM IST

इंसुलिन रेजिस्टेंस के खतरे और बचाव के उपाय

Insulin Resistance Sign: शरीर के किसी भी हिस्से कुछ लक्षण नजर आएं तो तुरंत आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए क्योंकि जो संकेत नीचे बताए जा रहे है वो इंसुलिन के शरीर में बहुत बढ़ने पर ही नजर आता है.

डीएनए हिंदीः आहार विशेषज्ञ मनप्रीत ने कुछ ऐसे साइन के बारे में बताया है जो शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध या संवेदनशीलता के बढ़ने पर नजर आते हैं. इंसुलिन जब शरीर में अधिक बनता है और शरीर इसे पचा नहीं पाता य  एक तरह से शरीर इंसुलिन का प्रतिरोध करने लगता है. इस स्थिति में भी टाइप 2 डायबिटीज होता है. 

आपके पेट के पीछे अग्न्याशय नामक एक ग्रंथि होती है. यह पाचन तंत्र का एक हिस्सा है जो दो मुख्य कार्य करता है. यह भोजन को पचाने वाले एंजाइम और शर्करा को नियंत्रित करने वाले हार्मोन, अर्थात् इंसुलिन का उत्पादन करता है. इंसुलिन एक हार्मोन है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है. कभी-कभी अग्न्याशय इंसुलिन का उत्पादन करता है. लेकिन यह मांसपेशियों, वसा या यकृत कोशिकाओं को प्रभावित नहीं करता है. इसके कारण अधिक इंसुलिन का उत्पादन होता है जिसे इंसुलिन प्रतिरोध कहा जाता है.

 
 
View this post on Instagram
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Dt Manpreet Kalra | Hormone and Gut Health Coach | (@dietitian_manpreet)

इससे होता यह है कि शरीर में इंसुलिन होने के बावजूद शुगर लेवल 200 के पार चला जाता है और डायबिटीज हो जाती है. इंसुलिन प्रतिरोध के लक्षण क्या हैं? आहार विशेषज्ञ मनप्रीत ने इंसुलिन प्रतिरोध के 4 मुख्य लक्षणों को रेखांकित किया है .

इंसुलिन के बढ़ने के लक्षण

पेट में सूजन, गर्दन का काला पड़ना, शरीर पर छोटे-छोटे मस्से होना या बगल का काला पड़ने लगना बताता है शरीर में इंसुलिन लेवल हाई है

बेस्ट इंडियन फूड जो डायबिटीज कंट्रोल कर देंगे, नहीं रहेगा अचानक शुगर स्पाइक का खतरा

5 सूक्ष्म पोषक तत्व इंसुलिन को करेंगे बैलेंस

विटामिन डी

विटामिन डी इंसुलिन रिसेप्टर को नियंत्रित करता है, जिससे इंसुलिन प्रतिरोध कम हो जाता है. सुबह 9 से 11 बजे तक धूप में घूमने से आप प्राकृतिक रूप से विटामिन डी प्राप्त कर सकते हैं.

विटामिन बी 12

विटामिन बी12 एंडोथेलियल फ़ंक्शन को बढ़ाता है. इसकी मदद से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. आप दही और पनीर खाकर यह पोषक तत्व आसानी से प्राप्त कर सकते हैं.

मैगनीशियम

मैग्नीशियम ग्लूकोज चयापचय में सुधार करता है. इसलिए, इंसुलिन का स्तर स्थिर रहता है. ये सूक्ष्म पोषक तत्व हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स, केले जैसे खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं.

ये 9 गोल्डन रूल ब्लड में कभी नहीं घुलने देंगे यूरिक एसिड, डाइट से एक्सरसाइज तक सब जानें

विटामिन ई
यह विटामिन त्वचा और बालों को स्वस्थ बनाता है. सूरजमुखी के बीज, बादाम और मूंगफली में विटामिन ई पाया जाता है. इसकी मदद से ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को भी कम किया जा सकता है.

क्रोमियम
क्रोमियम एक आवश्यक खनिज है जो कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा को तोड़ने में मदद करता है. आहार विशेषज्ञ इसे एक ऐसा हथियार बताते हैं जो इंसुलिन प्रभाव और ग्लूकोज चयापचय को बढ़ाता है. इसका मुख्य स्रोत हरी फलियां और ब्रोकोली हैं.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

insulin sensitivity insulin resistance sign Diabetes Blood Sugar