पिछले कई दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों में बर्ड फ्लू (Bird Flu) के मामले काफी ज्यादा देखने को मिल रहे हैं, ऐसे में लोगों को बीच इस गंभीर बीमारी को लेकर चिंता बढ़ गई है. इस बीमारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कई राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. ऐसी स्थिति में बर्ड फ्लू से बचाव के लिए इससे (Bird Flu Virus) सावधानी बरतना जरूरी है, साथ ही खानपान की आदतों में बदलाव की आवश्यकता है. क्योंकि इसके कारण आप इस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं...
Bird Flu में दूध, अंडा और चिकन कितना सेफ?
चिकन (Chicken Bird Flu)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बर्ड फ्लू के संक्रमण के खतरे को कम करना है तो यह देखना सबसे ज्यादा जरूरी है कि अंडे और चिकन को सही तरीके से पकाया गया है या नहीं. जानकार बताते हैं कि अच्छे से तैयार पोल्ट्री प्रोडक्ट्स से बर्ड फ्लू की आशंका काफी कम होती है. लेकिन, किसी भी संभावित ट्रांसमिशन को रोकने के लिए फूड सेफ्टी रेगुलेशन्स को फॉलो करना बहुत ही जरूरी है.
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ऐसे में कच्चे चिकन को बनाने से पहले अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए. इसके बाद हाथ, बर्तन और फर्श को अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर चिकन को 74 डिग्री सेल्सियस पर पकाया जाए तो इससे एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस समेत सूक्ष्मजीव नष्ट हो जाते हैं.
अंडे (Eggs In Bird Flu)
इसी तरह अंडों को भी पूरी तरह से पकाना जरूरी है, इससे इसमें मौजूद जर्म्स नष्ट हो जाएंगे. बता दें कि जब तक अंडे का जर्दी और इसका सफेद हिस्सा ठोस होकर पक न जाए तब तक इसे खाने से बचना चाहिए. इससे संक्रमण का जोखिम कम हो सकता है.
दूध-दही (Curd Or Milk In Birds Flu)
वहीं दूध, दही और पनीर को लेकर भी लोगों में इसी तरह की चिंता रहती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक Pasteurization की वजह से डेयरी प्रोडक्ट्स को लेना सुरक्षित है.
दरअसल इन्हें लंबे समय तक गर्म किया जाता है, जिसके कारण बर्ड फ्लू वायरस बेअसर हो जाता है. इसलिए बिना चिंता डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन किया जा सकता है. हालांकि कच्चे दूध के सेवन से इसका जोखिम बढ़ता है. ऐसे में कच्चे दूध का सेवन करने से बचें.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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