Nerve Pain Treatment: नसों की सूजन की रामबाण दवा है ये फूल, छाल से लेकर पत्ते तक दूर करेंगे पैरों का दर्द

Written By ऋतु सिंह | Updated: Jun 23, 2023, 07:22 AM IST

कचनार के फूल

अगर आपकी नसों में ब्लॉकेज है या नसें सूज गई हैं और इससे शरीर या पैरों में दर्द बढ़ गया है तो एक खास तरह का फूल इसका इलाज है.

डीएनए हिंदीः नसों में सूजन की कई वजहें होती हैं. नसों की सूजन और इसका सख्त होना ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है. कई बार ये नसें आपस में सूज कर उलझ सी जाती हैं और खून और ऑक्सीजन की कमी से नीली होने लगती हैं. 

National Institutes of Health के अनुसार नसों में ब्लॉकेज या सूजन की वजह से पैर या हाथ में दर्द होने लगता है.  वेरीकोज वेन्स से लेकर हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई बीपी से भी नसों को बेहद नुकसान होता है लेकिन आयुर्वेद में कचनार के फूल को इस समस्या का इलाज बताया गया है. 

आयुर्वेद में इसके फूल से लेकर छाल और पत्तों तक का इस्तेमाल औषधिय रूप में होता है. ये  एंटीऑक्सीडेंट से भरे होने के साथ ही  हाई फाइबर और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों की खान माने गए हैं. इसके फूल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो नसों में दर्द और सूजन की समस्या (kachnar ke fayde for nerve pain ) को दूर करते है.

नसों का दर्द और सूजन कम करता है कचनार-Kachnar ke fayde for nerve pain

1. नसों की सूजन ही नहीं दर्द और सूजन को कम करने में कचनार बहुत लाभकारी है. इसके एंटीइंफ्लेमेटरी गुण नसों की सूजन को दूर करते हैं जिससे नसों में ऑक्सीजन के साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ता है. इससे नसों के दर्द में आराम मिलता है और सूजन में कमी आती है. इसके अलावा कई बार नसों में खिंचाव आ जाता है तो भी आप इसके छाल का पेस्ट बनाकर इस दर्द के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.

2. नसों में बेचैनी से बहुत लोग परेशान होते हैं. ये किसी भी कारण से हो सकता है. कई बार ये किसी बीमारी की वजह से होता है तो कई बार इसके पीछे एक बड़ा कारण स्ट्रेस होता है. ऐसे में इसके एंटीऑक्सीडेंट्स नसों को शांत करने में मदद करते हैं. साथ ही, इसका हीलिंग गुण हमें बेहतर महसूस करवाता है और नींद से जुड़ी समस्याओं को कम करता है.

कचनार के फूलों का कैसे करें इस्तेमाल-How to use kachnar

कचनार के फूलों की चाय आपके लिए दर्द निवारक टेबलेट का काम करेगी. 

इस फूलों के पौधे की छाल और पत्तियों का लेप सूजन वाली जगह पर लगा लें इससे सूजन भी कम होगी और दर्द भी.

इस फूल को तिल के तेल में पकाएं और इसमें लौंग, अजवाइन और लहसुन पका लें. ये नसों के दर्द को दूर कर देगा.

तो नसों से जुड़ी दिक्कत में आप इस फूल के साथ ही इसकी पत्तियों और छाल का इस्तेमाल करें.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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