डीएनए हिंदी: किडनी में इंफेक्शन बहुत ही गंभीर होता है और अगर इसमें जरा सी लापरवाही बरती जाए तो ये किडनी को डैमेज भी कर सकता है. इसलिए अगर आपको अपने शरीर में बताए जा रहे कोई भी दो लक्षण नजर आएं तो उसका सही तरह से इलाज जरूर करा लें. किडनी में इंफेक्शन कई तरह से पहुंच सकता है. इसलिए इसके कारण और बचाव के बारे में भी जरूर जान लें.
किडनी में इंफेक्शन के लिए पानी से लेकर खानपान और यूटीआई तक जिम्मेदार होते हैं. इन सारे ही वजहों से किडनी तक इंफेक्शन पहुंच सकता है. तो चलिए आज आपको किडनी इंफेक्श से जुड़ी पूरी जानकारी दें, ताकि आप इस बीामरी को समझ सकें और सतर्क रहें.
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कैसे होता है किडनी इंफेक्शन?
1. गंदे पानी और खाने की चीजों से जब पेट खराब होता है तो कई बार इसके बैक्टिरिया किडनी तक भी पहुंच जाते हैं.
2. ब्लैडर इंफेक्शन के कारण भी यूरेथ्रा (यूरिन के शरीर से बाहर निकालनेवाली ट्यूब) से इंफेक्शन किडनी तक पहुंच जाता है.
3. यूटीआई यानी यूरिन इंफेक्शन भी किडनी इंफेक्शन होता है। यही कारण है कि इसे 'कॉम्प्लिकेटेड यूटीआई' भी कहा जाता है।
किडनी इंफेक्शन के लक्षण
- भूख न लगना
- यूरिन में खून आना
- इंफेक्शन बढ़ने पर तेज बुखार और बहुत अधिक सर्दी लगना.
- कमर के नीचले हिस्से या पीठ और पेट के साइड में तेज दर्द
- मिचली सा महसूस होते रहना
- यूरिन का रंग, स्मेल और कम या ज्यादा मात्रा इंफेक्शन का इशारा करती है.
- यूरिन पास करने के दौरान दर्द या खुजली भी इंफेकशन का कारण है.
- यूरिन बार-बार महसूस होना लेकिन होना नहीं
- किडनी इंफेक्शन होने की स्थिति में व्यक्ति को पेल्विक एरिया में दर्द हो सकता है. कुछ लोगों को यह दर्द अचानक उठता है जबकि कुछ में इंफेक्शन होने के बाद लगातार बना रह सकता है.
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यूरिन कलर से पहचानें किडनी इंफेक्शन
- यूरिन का रंग गुलाबी या लाल होना इस तरफ इशारा करता है कि आपके यूरिनरी ट्रैक्ट में ब्लीडिंग यानी खून का रिसाव हो रहा है.
- अगर आपके यूरिन का कलर साफ और ट्रांसपैरंट पानी की तरह ना होकर मटमैला हो.
- यूरिन का रंग हल्का गुलाबी या हल्का लाल लगने पर ये गंभीर किडनी इंफेक्शन का संकेत है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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