डीएनए हिंदी: स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज महत्वपूर्ण है. यह हृदय स्वास्थ्य में सुधार, आपके मूड को अच्छा करने, मांसपेशियों के विकास और शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करती हैं. हालांकि, जब प्रजनन क्षमता की बात आती है, तो कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि अत्याधिक व्यायाम से शरीर में शुक्राणुओं की संख्या पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. क्या सच में ज्यादा एक्सरसाइज करने से आपके शरीर में स्पर्म का प्रोडक्शन कम हो जाता है. आज आपके इन्हीं सब सवालों को लेकर हम बताएंगे कि जिम में ज्यादा एक्सरसाइज करने से आपके स्पर्म काउंट पर कैसा प्रभाव पड़ेगा.
स्पर्म काउंट क्या है?
स्पर्म काउंट से व्यक्ति के वीर्य में मौजूद शुक्राणु कोशिकाओं की संख्या होती है. पुरुष प्रजनन क्षमता में यह एक महत्वपूर्ण कारक है, क्योंकि कम शुक्राणुओं की संख्या गर्भधारण की संभावना को कम कर सकती है. हालांकि कम शुक्राणुओं की संख्या के लिए कोई सार्वभौमिक रूप से तय सीमा नहीं है. कुछ शोधों की मानें तो प्रति मिलीलीटर 15 मिलियन शुक्राणुओं की संख्या को आमतौर पर औसत से कम माना जाता है.
क्या एक्सरसाइज करने से कम होता है स्पर्म काउंट जानते हैं क्या कहती है स्डीज?
कई अध्ययनों ने अत्याधिक व्यायाम और शुक्राणुओं की संख्या में कमी के बीच संभावित रिश्ते का पता लगाया. स्पोर्ट्स मेडिसिन के ब्रिटिश जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि "जो पुरुष प्रति सप्ताह पांच घंटे से अधिक समय तक तेज गति से साइकिलिंग कर रहे थे उनमें उन पुरुषों की तुलना में शुक्राणुओं की संख्या काफी कम थी, जो कम एक्सरसाइज करते थे या बिल्कुल एक्सरसाइज नहीं करते थे. यानी कि जो लोग कम एक्सरसाइज कर रहे थे या नहीं कर रहे थे उनके अंदर स्पर्म की संख्या अधिक थी."
इसी तरह, फर्टिलिटी एंड स्टेरिलिटी जर्नल में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि मैराथन दौड़ जैसे सहनशक्ति अभ्यास में भाग लेने वाले पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या उन पुरुषों की तुलना में कम थी जो ऐसी गतिविधियों में शामिल नहीं थे. हालांकि अभी तक किसी ऐसी तकनीक का पूरी तरह से विकास नहीं हो पाया है कि जो 100 फीसदी इस बात का समर्थन कर सके कि ज्यादा एक्सरसाइज करने की वजह से स्पर्म काउंट कम होने का कारण हैं. हालांकि शोधकर्ता कई थ्योरी को प्रस्तावित किया जिनमें से एक थ्योरी के मुताबिक इंटेंस एक्सरसाइज से अंडकोश का तापमान बढ़ सकता है जिससे अंडकोष पर गर्मी के तनाव के कारण शुक्राणु उत्पादन नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है.
वहीं एक और अन्य सिद्धांत बताता है कि अत्यधिक व्यायाम से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, विशेष रूप से कोर्टिसोल के स्तर में वृद्धि, जो शुक्राणु उत्पादन में हस्तक्षेप कर सकती है. हालांकि ये अध्ययन अत्याधिक एक्सरसाइज और स्पर्म काउंट में कमी के बीच एक संभावित संबंध का सुझाव पेश करते हैं लेकिन वे इस कारण को 100 फीसदी साबित नहीं कर पाए हैं.
इस बात में कोई दोराय नहीं है कि आपकी डाइट, लाइफस्टाइल और जेनेटिक कारक भी स्पर्म काउंट को प्रभावित कर सकते हैं. अगर आप धूम्रपान और शराब का सेवन करते हैं तो यकीनन ऐसी लाइफस्टाइल आपके स्पर्म रिप्रोडक्शन को प्रभावित करेगी. इसके अलावा एक्सरसाइज का स्पर्म काउंट पर प्रभाव व्यक्तियों के बीच अलग-अलग हो सकता है, क्योंकि कुछ लोग इंटेंस एक्सरसाइज को लेकर अधिक संदेवनशील होते हैं और कुछ नहीं.
यदि आप अपनी प्रजनन क्षमता पर एक्सरसाइज के संभावित प्रभाव के बारे में चिंतित हैं, हमारी सलाह रहेगी कि आप अपने डॉक्टर से इस बारे में अवश्य परामर्श करें. वे आपकी व्यक्तिगत परिस्थितियों के आधार पर व्यक्तिगत सलाह प्रदान कर सकते हैं.
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