डीएनए हिंदी: हरसिंगार (Harsingar) एक ऐसा फूल है जिसकी खुशबू दूर दूर तक जाती है. यह फूल दिखने में जितना खूबसूरत है इसके औषधिय गुण (Medical Benefits) भी उतने ही हैं. फूल ही नहीं केवल बल्कि इसके पत्ते और पूरा पेड़ ही हमारे स्वास्थ्य को नया जीवन देते हैं. एक पौधा लेकिन कई बीमारियों के इलाज में कारगर है. इस पौधे को पारिजात का पौधा भी कहते हैं.
मान्यता के अनुसार पारिजात पौधे को देवराज इंद्र ने स्वर्ग में लगाया था.यह फूल रात को खिलता है इसलिए इसे रात की रानी भी बोला जाता है. इसके पत्ते के रोजाना सेवन से शरीर में मौजूद कई दर्द का इलाज होता है. इसके अलावा इसके पत्ते में पेट के कीड़ों को मारने की क्षमता भी होती है.आईए जानते हैं इस एक छोटे से फूल के पेड़ और पत्ते के गुण क्या-क्या हैं
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(Health Benefits of Harsingar flower, leaves and Plant in Hindi)
साइटिका के दर्द का इलाज
पारिजात के पत्ते को पीसकर इसे गर्म पानी के साथ उबालें. इसके बाद इसे छानकर पी लें. दिन में दो बार खाली पेट इसे पीने से साइटिका का दर्द खत्म हो सकता है.
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सर्दी-खांसी में राहत
पारिजात के पत्ते को पीस लें और इसमें शहद मिलाकर इसे खाएं.आप चाहें तो पारिजात के पत्ते को पीसकर इसे छान लें और शहद में मिलाकर जूस की तरह बना लें.दिन में दो बार इसका सेवन करें.सूखी खांसी खत्म हो जाएगी.सर्दी-खांसी के लिए आप इसे चाय की तरह बनाकर पी सकते हैं.पारिजात के पत्ते को पानी के साथ
बवासीर से राहत
रोजाना इसके बीज को पेस्ट बनाकर गुदा और उसके आसपास लगाने से आराम मिलता है. वह जगह नरम हो जाती है और मलाशय में आसानी होती है
दिल की बीमारी में लाभकारी
ताजा फूलों का सेवन करने से दिल की बीमारी का खतरा कम हो जाता है, यह फूल सितंबर-अक्टूबर में खिलते हैं
खून को साफ करने में लाभकारी
इसके पत्तों का जूस पीने से खून साफ रहता है और खून साफ मतलब शरीर के अंदर कोई बीमारी आसानी से प्रवेश नहीं कर सकती.
इसके अलावा शुगर को कंट्रोल करने में, गठिया के रोग में, चर्म रोग में भी इसके पत्ते और फूल बहुत लाभकारी साबित होते हैं.
यह पाचन शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करता है और तनाव भी कम करता है
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें
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