Anti-Stress Tips: थकान अगर लंबे समय तक शरीर में रह जाए तो बीमार बीमार सा महसूस होने लगता है. इसे मेडिकल टर्म में बर्नआउट कहते हैं. अगर हम जीवन में इन 7 तरह के आराम को अपनाएं तो हम बर्नआउट से बच सकते हैं.
आजकल सभी की दिनचर्या ऐसी हो गई है जिसके कारण शरीर को रेस्ट नहीं मिल पा रहा है. जब लंबे समय तक आप आराम नहीं कर पाते हैं तो बीपी, सिरदर्द और मोटापा जैसी कई तरह की बीमारियां आपको घेर लेती हैं. जिसकी वजह से एंग्जायटी, डिप्रेशन और पूरा दिन थका-थका सा महसूस होता रहता है. इसके साथ ही तनाव, थकान और मानसिक स्थिति और अस्थिरता भी हावी होने लगती है. यह उन लोगों में अधिक देखा जाता है जो लंबे समय तक अधिक काम या नो टाइम शेड्यूल और तनावपूर्ण माहौल में काम करते हैं.
यह भी पढ़ें: Fatty Liver Symptoms: फैटी लिवर होने पर चेहरे और गर्दन के पास दिखते हैं ये 4 लक्षण, इग्नोर करना पड़ेगा भारी
ये 7 प्रकार के आराम हैं जो हमें बर्नआउट होने से बचने में मदद कर सकते हैं
Physical Rest
Physical Rest हमारे शारीरिक और मेंटल हेल्थ के लिए आवश्यक हैं. समय समय पर हमें अपने शरीर को आराम देना बहुत जरूरी है. जब शरीर पूरी तरह से रिलैक्स होगा तभी काम में आप अपना 100% दे सकते हैं. अगर लगातार थका थका महसूस कर रहे हैं, एनर्जी भी महसूस नहीं हो रही है और बीमार रह रहे हैं , नींद लेने के बाद भी शरीर में दर्द और थकान रहती है तो आपको संभलने की आवश्यकता है. आपको नियमित रूप से 7 घंटे की नींद पूरी करनी चाहिए और जरूरत हो तो काम के बीच में नैप लेना भी जरूरी है. इसके अलावा शरीर को फुर्तिला रखने के लिए मालिश कराएं और अपनी दिनचर्या में योग को शामिल करें .
Mental Rest
जब मन थका थका महसूस होने लगता है तो आपका दिमाग धुंधला और सोचने की शक्ति कमजोर होने लगती है. मानसिक ऊर्जा की कमी के कारण ,अस्थिरता और असंतुलित महसूस कर रहे होते हैं और चिड़चिड़ापन हावी होने लग जाता है तो आपको मानसिक आराम की जरूरत है. इसके लिए आप वह कार्य करें जो आपको आनंद देता है, जैसे कि किताब पढ़ना, संगीत सुनना, या गार्डनिंग करना, ध्यान लगाना . इससे आपका मन शांत होता है और नई ऊर्जा मिलती है.
Emotional Rest
मनुष्य का मन बेहद कोमल होता है इसे किस बात पर ठेस लगे पता ही नहीं चलता. चाहे वह अत्यधिक चिंता या खुद पर संदेह की वजह से असुरक्षित महसूस करता है. इससे बचने के लिए आप खुद की तुलना दूसरों से करना छोड़ दें. जिससे आपको आत्मसम्मान और भावनात्मक स्थिरता में मदद करता है इसके आलावा प्रोफेशनल सलाहकार या थेरेपिस्ट से चर्चा कर सकते हैं जिससे आप बेहतर महसूस करें.
Spiritual Rest
जब आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा की कमी महसूस होती है और आप अपने उद्देश्य या मकसद को लेकर संदेह में हैं. जब आप अकेले और असहाय महसूस करते हैं तो आपको Spiritual Rest की जरूरत होती है. इसे ऐसे पहचाना जा सकता है कि जब आपको जीवन में संतोष नहीं मिल रहा है और आपका मन अधूरा अधूरा महसूस कर रहा हो. इसके लिए आपको सही दिनचर्या को अपनाना चाहिए, अपने आसपास के जरूरतमंद को हर संभव मदद करें इससे आपको आत्मसंतोष मिलेगा. अपने धर्म या आध्यात्मिक मार्ग का पालन करें.
Social Rest
आप अकेले हैं और जीवन में मार्गदर्शन की कमी महसूस हो रही हो तो अपने जीवन में उस व्यक्ति को शामिल करें जो आपको समझता है और जिसके साथ आप अपने मन की बातें शेयर कर सकते हैं. अपनी रुचियों और विचारों के अनुसार किसी समूह या क्लब में शामिल हों जिससे आपकी सामजिक लोगों से जुड़ने पर आपको राहत मेलेगी.
Sensory Rest
जब आपकी आंखों में थकावट या तनाव महसूस होता है. तेज आवाजें जैसे कि शोरगुल से बेचैनी हो रही हो तो आपको सेंसरी रेस्ट की जरूरत है. इसे आप ऐसे भी पहचान सकते हैं जब आपको गंध और खाने की चीजों में टेस्ट न आए तो आपको आराम की जरूरत है. ऐसे में अपनी दिनचर्या में समय निकालें सभी इसेक्ट्रॉनिक गजट जैसे कि मोबाइल फोन, कंप्यूटर, टेलीविजन आदि से दूर रहें .
यह भी पढ़ें: Cancer को कोसों दूर रखता है गुनगुने पानी का ऐसा इस्तेमाल, जानें एक्सपर्ट्स के टिप्स
Creative Rest
जब आपके दिनचर्या में काम करने के लिए कोई खाली समय नहीं है और आप असहज महसूस कर रहें हैं . जब प्रकृति में आश्चर्य का अनुभव नहीं कर पा रहें हों तो आपको अपने काम से कुछ समय के लिए अवकाश लें.इस दौरान आप अपनी पसंदीदा गतिविधियों जैसे कि पढ़ाई, लेखन, नृत्य, या चित्रकला के माध्यम से एन्जॉय कर सकते हैं.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.