क्या Left Handed लोगों में ज्यादा होता है Anxiety और Depression का जोखिम? जानें क्या कहती है स्टडी 

Written By Abhay Sharma | Updated: Oct 17, 2024, 01:30 PM IST

Left Handed People

Left Handed लोगों को लेकर कई शोध हुए हैं, जिसमें शोधकर्ताओं ने पाया कि कुछ स्थितियों में बाएं हाथ के लोगों में बीमारियों की टेडेंसी ज्यादा देखी जाती है. जानें ऐसे लोगों में किन बीमारियों का खतरा अधिक होता है...

WHO यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, पूरी दुनिया में 90 फीसदी लोग मुख्य कामों जैसे की लिखने, खाना खाने और अन्य कामों के लिए दाएं हाथ का इस्तेमाल करते हैं और केवल 10 फीसदी लोग ही इसके लिए बाएं हाथ (Left Handed) का इस्तेमाल करते हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक लेफ्ट हैंडेड लोगों में कई विशेषताएं होती हैं, जिसके बारे में अक्सर (Left Handed People) लोग बात करते हुए नजर आते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं लेफ्ट हैंडेड (Left Handedness Health Issues) लोगों में कुछ हेल्थ इश्यूज का खतरा दूसरे लोगों के तुलना में  ज्यादा बढ़ जाता है.  

क्या कहती है स्टडी? 
बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों को लेकर कई शोध हुए हैं, जिसमें शोधकर्ताओं ने पाया कि कुछ स्थितियों में बाएं हाथ के लोगों में बीमारियों की टेडेंसी ज्यादा देखी जाती है, हालांकि इसका कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है और ये साफ नहीं है कि ऐसा क्यों होता है. एक्सपर्ट्स इसके पीछे कई फैक्टर्स को जिम्मेदार मानते हैं, इसमें आनुवांशिक कारण यानी की जेनेटिक परेशानी, ब्रेन कनेक्टिविटी और पर्यावरणीय कारण शामिल हैं. 

यह भी पढ़ें: भारत ने जीती Trachoma से जंग, देश में खत्म हुई आंखों से जुड़ी ये खतरनाक बीमारी, WHO ने की सराहना

किन बीमारियों का खतरा होता है अधिक? 

सिजोफ्रेनिया का खतरा
बाएं हाथ के लोगों में सिजोफ्रेनिया जो कि एक गंभीर मानसिक बीमारी है, इसके होने की संभावना ज्यादा होती है. 2019, 2022 और 2024 में इसे लेकर हुए कई शोध में पाया गया है कि सिजोफ्रेनिया की बीमारी दोनों हाथ वाले लोगों और बाएं हाथ वाले लोगों में ज्यादा हो सकती है.

मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं 
वहीं लेफ्ट हैंडेड लोगों में कई तरह की मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का भी खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसे लोगों में दाहिने हाथ वालों की तुलना में मूड में बदलाव, चिंता, घबराहट, चिड़चिड़ापन, बेचैनी, पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर का जोखिम अधिक पाया जाता है. इतना ही नहीं एंग्जाइटी और तनाव या अवसाद की समस्या इन लोगों में ज्यादा होती है.

न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर
इसके अलावा बाएं हाथ से काम करने वालों लोगों में अन्य कई न्यूरोलॉजिकल बीमारियों का संबंध पाया गया है. इसमें अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्ड, ऑटिज्म, डिस्प्रेक्सिया आदि शामिल है. इन रिसर्च के मुताबिक डिस्लेक्सिया वाले बच्चों में बाएं हाथ वाले बच्चे ज्यादा पाए गए हैं.

हार्ट डिजीज का खतरा
इसके अलावा 18 से 50 साल की उम्र के 379 लोगों पर किए गए शोध के नतीजे बताते हैं कि बाएं हाथ के लोगों में हार्ट डिजीज का खतरा अधिक हो सकता है और कई रिसर्च ये दावा करते हैं कि जो लोग बाएं हाथ से काम करते हैं उनकी मृत्यु दाएं हाथ से काम करने वाले लोगों की तुलना में औसतन 9 साल पहले हो जाती है. बताते चलें कि शोधकर्ताओं को इन बीमारियों और बाएं हाथ के बीच कोई सीधा सीधा संबंध नहीं मिला है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.