डीएनए हिंदीः कोरोनावायरस का हमला लंग्स पर होता है लेकिन ऐसा नहीं है कि केवल इस बीमारी में फेफड़े ही डैमेज होते हैं बल्कि कोरोना ग्रस्त लोगों में शरीर के कई अंगों के डैमेज होने का खतरा बरकरार है. ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट बीएफ.7 के खतरे और ज्यादा बताए जा रहे हैं. अगर आप कोरोना के चपेट में रहे हैं तो इसका असर शरीर पर साल या दो साल बाद भी देखने को मिल सकता है.
कोरोना के नए वेरिएंट्स फेफड़ों से लेकर दिल, दिमाग, किडनी, पेट और आंतों को भी डैमेज कर रहा है. कोरोना के नए मामलों में एक बार फिर से तेजी नजर आ रही है और कोरोना के कई वेरिएंट ओमीक्रोन
बीएफ.7 (Omicron BF.7) घातक बनने लगे हैं. कोरोना से अअब फेफड़ों के अलावा और कौन से अंग प्रभावित हो रहे हैं, चलिए जानें.
दिमाग पर दिख रहl मतिभ्रम का असर
कई मामलों में मरीजों के स्पाइनल फ्लूड और ब्रेन सेल्स में कोरोना वायरस देखा गया है. सेरेब्रल कॉर्टेक्स और ब्रेनस्टेम में कोरोना वायरस रिसेप्टर कोशिकाएं मौजूद होती हैं, जिनसे वायरस प्रवेश करता है. कोरोना में बनने वाले थक्के मस्तिष्क तक जाने वाली धमनियों को संकुचित कर सकते हैं जिससे स्ट्रोक हो सकता है. दिमाग की समस्याओं से जुड़े कोरोना के सामान्य लक्षण दौरे, गंध और स्वाद की कमी, सिरदर्द, एकाग्रता की कमी, व्यवहार में बदलाव और चेतना की हानि हैं.
दिल पर भी कोरोना का कहर
एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम, कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर, मायोकार्डिटिस और एरिथमिया जैसी दिल से जुड़े रोग कोरोना संक्रमितों में पाए जा रहे हैं. इस बीमारी के सामान्य लक्षण सीने में जकड़न, ठंडा पसीना, सांस लेने में तकलीफ, अनियमित दिल की धड़कन और बाहों, गर्दन और जबड़े में दर्द महसूस होना शामिल हैं.
पेट और आंतों पर भी कोरोना का खतरा
कोरोना संक्रमित मरीजों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण नजर आ रहे हैं. अचानक पेट में दर्द, मिचली और उल्टी के साथ ही पाचन तंत्र में गड़बड़ी अब संक्रमितों को परेशान कर रही है. गंभीर मामलों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग भी देखने को मिल रही है.
किडनी भी होने लगी प्रभावित
कोरोना संक्रमितों में किडनी से जुड़ी समस्याएं भी देखने को मिल रही हैं. किडनी में रिसेप्टर कोशिकाएं होती हैं जो शरीर में कोरोनावायरस के प्रवेश को सक्षम बनाती हैं. रक्त में ऑक्सीजन का स्तर असामान्य रूप से कम होने के कारण कोरोना किडनी को प्रभावित करता है जो निमोनिया के कारण होता है. कोरोना के कारण किडनी खराब होने पर दिखाई देने वाले सामान्य लक्षण अनियमित पेशाब, टखनों और पैरों में सूजन, आंखों के आसपास सूजन, सांस की तकलीफ, थकान, दौरे और कोमा हैं.
फेफड़ों पर खतरा बरकरार
कोरोना वायरस का खतरा फेफड़ों पर बरकारा है. कोरोना फेफड़ों को डैमेज करता है और इसकी वजह से छाती में बहुत अधिक म्यूकस जमा हो जाता है. ये फेफड़ों में हवा की थैली की दीवारों और अस्तर पर हमला करता है और उन्हें नुकसान पहुंचाता है. साथ ही सूजन की समस्या भी होती है. इसके सामान्य लक्षण अत्यधिक थूक उत्पादन, खांसी, छाती में जमाव और सांस लेने में कठिनाई हैं.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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