Uric Acid: आयुर्वेदिक हर्ब्स यूरिक एसिड को करेंगे फ्लश आउट, किडनी से प्रेशर होगा कम-जोड़ों का दर्द घटेगा

Written By ऋतु सिंह | Updated: Jul 26, 2023, 06:46 AM IST

Treating Gout

यूरिक एसिड का शरीर में अधिक होना सेहत के लिए कम खतरनाक नहीं है. ये किडनी से लेकर जोड़ों तक को डैमेज करने का काम करता है.

डीएनए हिंदीः अगर आपके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ गई है तो उसके जितनी जल्दी कम हो सके करना चाहिए क्योंकि यूरिक एसिड के शरीर में बढ़ने का मतलब है कि आपकी किडनी पर प्रेशर बड़ रहा है. संभवतः इससे आपके किडनी की हेल्थ ही नहीं, जोड़ों के बीच का लिगामेंट भी नष्ट हो रहा होगा.

यूरिक एसिड खानपान की गड़बड़ी से बिगड़ता है और इसे खानपान से ही काबू में भी किया जा सकता है. आयुर्वेद में कई जड़ी-बूटियां और किचन के कुछ मसाले ऐसे हैं जिन्हें खाने की आदत डाल लें तो आपका यूरिक एसिड कभी भी खतरे के निशान से ऊपर नहीं आएगा. तो चलिए जान लें ये हर्ब्स कौन से हैं जो यूरिक एसिड में रामबाण दवा का काम करते हैं.

अदरक- आयुर्वेद में सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाली जड़ी में से एक है अदरक. गठिया रोगियों के लिए ये एक वरदान है.2011 की एक रिसर्च में भी ये बता पुष्ट हो चुकी है कि अदरक सूजन और दर्द के साथ यूरिक एसिड को शरीर से निकालने में किडनी की हेल्प करता है.

नीम-नीम को आमतौर पर लोग स्किन की बीमारी में इस्तेमाल करते हैं लेकिन आयुर्वेद में नीम से गठिया के दर्द का भी इलाज किया जाता है. इसके लिए आप नीम को पीस लीजिए और इसे दर्द वाली जगह पर लगाएं. नीम सीधे सूजन पर हमला करता है और दर्द से राहत दिलाता है.

करेला-वात रोगों से लेकर डायबिटीज के लिए करेला फायदेमंद होता है लेकिन क्या आपको पता है ये यूरिक एसिड को भी ब्लड से फ्लश आउट कर देता है?  ये गठिया के रोगियों के लिए बेहतरीन सब्जी होती है.

त्रिफला-तीन हर्ब्स से मिलकर बना है त्रिफला. इसमें बिभीतकी, अमलाकी और हरीतकी होता है जो यूरिक एसिड के जड़ प्यूरीन को खत्म करने का काम करते हैं.शरीर के तीन दोष वात-पित्त और कफ तीनों का ये नाश करता है. त्रिफला सूजनरोधी होता है और ये न केवल किडनी के कामकाज को सुधारता है बल्कि गठिया से जुड़ी सूजन को कम करता है.

गिलोय-गिलोय में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है यह बात कई रिसर्च में प्रमाणित हो चुका है. पबमेड सेंट्रल जर्नल में छपे एक अध्ययन के मुताबिक गिलोय से निकाले गए जूस से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बहुत कम हो जाती है. गिलोय में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण भी होता है जिसके कारण यह दर्द को भी कम करता है.

 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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