दुनिया में मोटे लोगों की संख्या 100 करोड़ के पार, 30 सालों में 4 गुना बढ़ गया मोटापा, Lancet की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

Written By पूजा मक्कड़ | Updated: Mar 01, 2024, 08:43 AM IST

आज के समय में मोटापा बीमारी की निशानी बन गया है. मोटापा बढ़ते ही व्यक्ति में तमाम बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. वहीं पिछले 30 सालों में मोटे लोगों की संख्या में 4 गुना बढ़ोतरी हुई है.

पहले मोटापे (Obesity) को खानपान की निशानी माना जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. आज के समय में मोटापा एक बीमारी बन गया है. इसका अंदाजा दुनिया में मोटे लोगों की संख्या में तेजी से होती बढ़ोतरी से लगाया जा सकता है. पिछले 30 सालों में मोटे लोगों की संख्या 4 गुना बढ़ी है. दुनिया भर में मोटे लोगों की संख्या 100 करोड़ के पार हो गई है. इसका खुलासा हाल ही में सामने आई लैंसेट की रिपोर्ट में किया गया है. इसमें सबसे ज्यादा मोटे लोग भारत में हैं. इनमें भी पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या ज्यादा है. वहीं बच्चे भी मोटापे का शिकार हो रहे हैं. 

दुनिया में कितने करोड़ लोग हैं मोटे

भारत में कभी अंडरवेट लोगों की संख्या ज्यादा होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है. आज के समय में मोटे लोगों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. भारत समेत दुनिया भर में मोटे लोगों की संख्या 100 करोड़ के पार हो गई है. इनमें 15 करोड़ 90 लाख बच्चे, जबकि 87 करोड़, 90 लाख वयस्क मोटापे के शिकार हैं. इसका खुलासा WHO और इंपीरियल कॉलेज लंदन की Lancet रिपोर्ट में किया गया है. यह रिपोर्ट 33 सालों के डेटा का आंकलन कर निकाली गई है. इसमें दावा किया गया है कि 2022 तक में दुनियाभर में मोटे लोगों की संख्या 88 करोड़ हो चुकी है. इनमें 50 करोड़ 40 लाख महिलाएं और 37 करोड़ 40 लाख पुरुष हैं. वहीं करीब 15 करोड़ 90 लख बच्चे भी मोटे  इसी वर्ष के हिसाब से 15 करोड़ 90 लाख स्कूली बच्चे भी मोटापे के शिकार हैं. 

190 देशों में की गई स्टडी

मोटापे को लेकर दुनियाभर के 190 देशों को स्टडी में शामिल किया गया है. इनमें 22 करोड़ लोगों के वज़न और हाइट का डाटा एकत्र किया गया. इनमें 6 करोड़ 30 लाख 5 से 19 साल के बच्चों और 15 करोड़ 80 लाख लोग 20 साल से ज्यादा की उम्र के शामिल थे. इसके आधार पर दुनिया का डाटा समझा गया. सर्वे के अनुसार, इसमें पता चला कि पिछले 33 सालों में मोटे लोगों की संख्या 4 गुना बढ़ गई है. इससे पहले 1990 में दुनियाभर में मोटे बच्चों की संख्या मात्र 3 करोड़ थी. 2022 में यह संख्या 16 करोड़ हो चुकी है. यह हेल्दी मोटापा नहीं, बल्कि एक बीमारी है.  

1990 से अब तक में कई गुणा बढ़ी मोटे लोगों की संख्या

1990 के बाद 2022 के सर्वे रिपोर्ट को देखें तो बच्चों से लेकर महिला और पुरुषों में मोटापा कई गुना तेजी से बढ़ा है. इसमें महिलाओं का मोटापा 9 प्रतिशत से बढ़कर सीधा डबल यानी 18.5 प्रतिशत हो गया है. वहीं मोटे पुरुषों की संख्या 4.8 प्रतिशत से बढ़कर 14 प्रतिशत हो गई है. वहीं बच्चों के मोटापे में दोगुने का अंतर आया है. 

मोटापे से बढ़ता है इन बीमारियों का खतरा

मोटे लोगों में दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़, सांस लेने में परेशानी, और आर्थराइटिस की बीमारियां जल्दी हो जाती हैं. ज्यादा वजन शरीर के हर ऑर्गन पर भारी पड़ता है. मोटे लोगों का दिल खून पंप करने में ज्यादा मेहनत करता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता है. लिवर खाना पचाने में और घुटने चलने में ज्यादा बोझ उठाते हैं.WHO के मुताबिक मोटापे की वजह से कुछ खास तरह के कैंसर होने का खतरा और साथ ही कोरोनावायरस के मामले में मौत होने का खतरा भी बढ़ जाता है.

Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.