डायबिटीज में सुबह खाली पेट इन 8 जूस को पीना घटा सकता है शुगर, इंसुलिन शॉट्स की तरह करेंगे काम
best Juice for Blood Sugar
क्या फल-सब्जियों का रस डायबिटीज रोगियों के लिए सुरक्षित है? यह सवाल ज्यादातर डायबिटिक लोगों के मन में उठता है. तो चलिए आपको बताएं कि कौन से जूस ही केवल डायबिटीज में पीए जा सकते हैं.
डीएनए हिंदीः कभी-कभी डायबिटीज को मैनेज करना बहुत मुश्किल हो जाता है. ऐसे समय में डाइट पर ध्यान देने की बहुत जरूरत है क्योंकि गलत डाइट आपके ब्लड शुगर को बढ़ा सकती है. जहां तक बात फल-सब्जियों के जूस की है तो बता दें कि जो भी भल मिठास लिए होते हैं उनका जूस बिलकुल नहीं पीना चाहिए लेकिन सब्जियों का जूस पीना नुकसान नहीं करता है. बल्कि कई सब्जियों के जूस को अगर थोड़े रफेज के साथ लिया जाए तो वह शुगर को तेजी से कम करते हैं.
फलों के जूस से ग्लूकोज लेवल बढ़ता है इसलिए यह सुरक्षित नहीं है, फिर भी कई फलों और सब्जियों के जूस यहां आपको बता रहे हैं जो आपके शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं. फल में अच्छी मात्रा में फाइबर होता है जो पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देता है और शरीर में ग्लूकोज के अवशोषण को कम कर देता है, जिससे शर्करा के स्तर को बढ़ने से रोका जा सकता है. लेकिन जब इन्हें जूस के रूप में लिया जाता है तो इनमें फाइबर की मात्रा कम हो जाती है, जिसके कारण कई बार इन्हें डायबिटीज के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता है. लेकिन ऐसे कई फल हैं जिन्हें आप हल्का क्रश कर गूदे सहित स्मूदी जूस की तरह पीए तो ये टाइप 2 डायबिटीज के लिए इंसुलिन शॉट्स की तरह काम करता है.
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पालक का जूस
पालक जैसी पत्तेदार सब्जियों से बना जूस डायबिटीज के लिए सुरक्षित और पौष्टिक माना जाता है. हरी गैर-स्टार्च वाली सब्जियों में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जो शर्करा के स्तर को नहीं बढ़ाता है. पालक में कार्बोहाइड्रेट बहुत कम होता है, एक कप में केवल 1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है. यह खनिज, फाइटोन्यूट्रिएंट्स, आहार फाइबर और आवश्यक विटामिन से भरपूर है, जो इसे डायबिटीज रोगियों के लिए एक स्वस्थ विकल्प बनाता है.
पालक में अल्फा-लिपोइक एसिड होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है और परिधीय न्यूरोपैथी (हाथों या पैरों में झुनझुनी और सुन्नता) को रोकता है. यह पोटेशियम का भी एक समृद्ध स्रोत है, जो आपके रक्तचाप और स्ट्रोक और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में मदद करता है.
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करेले का जूस
करेले का जूस शुगर के मरीजों के लिए सबसे अच्छा जूस है क्योंकि यह शुगर लेवल को काफी हद तक कम करने में मदद करता है. आप या तो सिर्फ साबुत करेले का रस ले सकते हैं, या आप इसमें थोड़ा नींबू और खीरा भी मिला सकते हैं. करेले का जूस डायबिटीज के लिए सबसे अच्छा जूस है क्योंकि 100 मिलीलीटर जूस में 16 कैलोरी, 2.6 ग्राम फाइबर, 3.4 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 0.2 ग्राम वसा होती है. इसमें विटामिन ए और सी, जिंक, आयरन, सोडियम और पोटेशियम भी होता है.
करेले के जूस में पॉलीपेप्टाइड-पी होता है जो इंसुलिन के समान काम करता है और शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है. इसमें चरैन्टिन और विसीन भी शामिल हैं, ऐसे यौगिक जिनमें रक्त शर्करा को कम करने वाले प्रभाव देखे गए हैं. यह आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ाता है, संक्रमण को रोकता है, उम्र बढ़ने को धीमा करता है और आपके शरीर में एलडीएल (कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन या खराब कोलेस्ट्रॉल) के स्तर को कम करता है. यह आपकी आंखों के स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाता है और वजन घटाने में भी मदद करता है.
आंवला जूस
डायबिटीज के लिए आंवले का जूस बहुत अच्छा जूस माना जाता है. आंवला विटामिन सी का अच्छा स्रोत है और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है. आप ताजा निचोड़े हुए आंवले के रस में स्टीविया पानी मिलाकर पी सकते हैं. आंवले के रस की एक सर्विंग (150 मिली) में 3 ग्राम फाइबर, 8 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 1 ग्राम से कम वसा होता है. यह विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होता है.
आंवले के रस में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुण होते हैं और यह आपके शुगर लेवल को कम करने में भी फायदेमंद है. यह क्रोमियम का एक समृद्ध स्रोत है, एक खनिज जो कार्बोहाइड्रेट चयापचय को नियंत्रित करता है और शर्करा के स्तर में बढ़ोतरी को रोकने में मदद करता है. आंवले का रस हृदय रोगों के खतरे को भी कम करता है और पाचन में सहायता करता है. यह लीवर और किडनी के स्वास्थ्य में सुधार करता है.
गाजर का रस
हालांकि गाजर का स्वाद मीठा होता है, लेकिन वे शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं और जब इसे हल्का क्रश कर गूदा सहित लिया जाता है, तो वे शर्करा के स्तर को नहीं बढ़ाते हैं. गाजर में विभिन्न खनिज, विटामिन और कैरोटीनॉयड भी होते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य कर सकते हैं और शरीर की मदद कर सकते हैं. हालाँकि, मात्रा का ध्यान रखें क्योंकि इसमें कार्ब्स होते हैं.
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टमाटर का रस
जिन लोगों को टाइप 2 डायबिटीज है उनके लिए टमाटर का रस एक बढ़िया विकल्प है. यह रक्त के थक्कों के जोखिम को कम करने के लिए जाना जाता है, जो एथेरोस्क्लेरोसिस और हृदय संबंधी समस्याओं के विकास के बढ़ते जोखिम के कारण डायबिटीज वाले लोगों के लिए एक आम समस्या है.
हर्बल चाय
गुड़हल, कैमोमाइल, अदरक और पुदीना जैसी हर्बल चाय डायबिटीज रोगियों के लिए बेहतरीन विकल्प हैं. इसके अतिरिक्त, इसमें फ्लेवोनोइड्स, कैरोटीनॉयड और फेनोलिक एसिड सहित रोग-विरोधी यौगिक भी शामिल हैं.
मोसंबी जूस
मोसंबी (मोसंबी) जूस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, इसलिए डायबिटीज के मरीज इसका सीमित मात्रा में सेवन कर सकते हैं. इसमें चीनी न मिलाएं. साथ ही इसे प्रोटीन और स्वस्थ वसा से भरपूर आहार के साथ लें. मोसम्बी विटामिन सी और अन्य शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है. इनमें फाइबर भी पाया जाता है, जो इसे डायबिटीज रोगियों के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है. इस जूस में केवल बीज को हटा कर कुछ रेशे शामिल रखें,
नारियल पानी
एक गिलास (240 मिली) नारियल पानी में 60 कैलोरी और 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है. नारियल पानी कैल्शियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम का भी अच्छा स्रोत है.
नारियल पानी आपके HbA1c (ग्लाइकेटेड हीमोग्लोबिन) के स्तर को कम कर सकता है. नारियल डायबिटीज की जटिलताओं जैसे तंत्रिका क्षति या हृदय रोगों को कम करने में भी मदद करता है. यह शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करता है और आपके रक्तचाप को कम करने में मदद करता है.
तो इन जूस या ड्रिंक को पी कर न केवल आपका शुगर मैनेज रहेगा बल्कि शरीर की कमजोरी भी दूर होगी.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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