मंकीपॉक्स (Monkeypox Virus) लोगों के लिए अब एक नया टेंशन बन चुका है. इस गंभीर बीमारी के बढ़ते प्रकोप की वजह से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी जारी करते हुए अंतरराष्ट्रीय चिंता और सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित (Global Public Health Emergency) कर दिया है. हालांकि भारत में अभी तक इसके केस नहीं मिले हैं. लेकिन यह बीमारी (Mpox) पड़ोस तक आ पहुंची है.
अब तक यह वायरस लगभग 116 देशों को प्रभावित कर चुका है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पड़ोसी देश पाकिस्तान (Monkeypox In Pakistan) में इसके 3 मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में अब भारत के लिए भी चिंता बढ़ गई है, जिसपर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है.
क्या है मंकीपाॅक्स (What Is Monkeypox Or Mpox)
मंकीपॉक्स, जिसे एमपाॅक्स भी कहा जाता है एक दुर्लभ वायरल बीमारी है जो मूल रूप से प्राइमेट्स जैसे कि बंदरों में पाई जाती है, लेकिन अब यह गंभीर बीमारी इंसानों में भी फैल रही है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह बीमारी एक तरह के पॉक्सवायरस (Poxvirus) से उत्पन्न होती है, जिसमें ज्यादातर लक्षण चेचक के लक्षणों के समान होते हैं, लेकिन हल्के होते हैं. बता दें कि यह वायरस संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने से फैलता है.
वहीं इंसानों में यह त्वचा के घावों के संपर्क, त्वचा से त्वचा के संपर्क और संक्रमित व्यक्ति के बहुत करीब बात करने या सांस लेने से भी फैल सकता है. इतना ही नहीं यह दूषित वस्तुओं जैसे सतहों, बिस्तर, कपड़ों और तौलिये के माध्यम से भी फैल सकता है. दरअसल यह वायरस शरीर में टूटी हुई त्वचा, श्वसन तंत्र या आंख, नाक और मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर जाता है.
क्या चिकनपॉक्स वैक्सीन ले चुके लोग हैं इससे सेफ? (Chickenpox or Monkeypox)
कई मीडिया रिपोर्टस और हेल्थ एक्सपर्ट्स बता रहे हैं कि जिन लोगों को छोटी चेचक या चिकनपॉक्स हो चुका है या फिर इससे संबंधित टीका यानी वैक्सीन लगवा चुके हैं, ऐसे लोगों में इस बीमारी के होने का खतरा ना के बराबर है. दरअसल चेचक के लिए बीसीजी वैक्सीन दी जाती है, यह वायरस चेचक की ही तरह है. ऐसे में चिकन पॉक्स की वैक्सीन लगवा चुके लोग मंकीपॉक्स से कुछ हद तक सुरक्षित हैं.
क्या हैं मंकीपॉक्स के लक्षण? (Monkeypox Symptoms)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक मंकीपॉक्स के लक्षण आमतौर पर वायरस से संपर्क में आने के बाद 5 से 21 दिनों के भीतर दिखाई देते हैं, ऐसी स्थिति में आपको लक्षण दिख सकते हैं.
- तेज बुखार आना
- ठंड लगना, पसीना आना
- सिरदर्द
- मांसपेशियों और पीठ में दर्द होना
- थकावट की समस्या
- सूजी हुई लिम्फ नोड्स
इसके अलावा त्वचा पर दाने जैसे लक्षण दिख सकते हैं जो धीरे-धीरे मांसपेशियों के फफोले और फिर पपड़ी में बदल जाते हैं.
कितनी खतरनाक है ये बीमारी?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक मंकीपॉक्स की गंभीरता वायरस के स्ट्रेन और व्यक्ति की सेहत पर निर्भर करती है. ज्यादातर मामलों में यह बीमारी हल्की होती है, जिसमें अधिकतर लोग पूर्ण रूप से ठीक हो जाते हैं. हालांकि, कुछ मामलों में यह बीमारी गंभीर हो सकती है और इनमें बच्चे, गर्भवती महिलाएं, या ऐसे लोग शामिल हैं जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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