डीएनए हिंदी: सर्दी हो या गर्मी दोनों ही मौसम में बदलाव के बाद कई सारी समस्याएं ज्यादा और कम हो जाती है. इन्हीं में से एक मांसपेशियों में ऐंठन का होना है. यह समस्या बहुत से लोगों में गर्मियों की शुरुआत के साथ ही होने लगती है. इसमें तेज दर्द, जकड़न और सूजन जैसी स्थिति बन जाती है. इस ऐंठन की मुख्य वजह शरीर में पोषक तत्वों की कमी का होना होता है, जिसकी वजह से आप गर्मियों में बीमार पड़ जाते हैं. आइए जातने हैं इनकी वजह और कैसे कर सकते हैं इन पोषक तत्वों की कमियों का पूरा...
इन वजहों से होती है गर्मी शुरू होते ही मांसपेशियों में ऐंठन
Benefits of Sprouts: ब्लड सर्कुलेशन और खराब डाइजेशन को करना है ठीक तो सुबह उठते ही इस चीज का करें सेवन
पानी की कमी के चलते
अगर गर्मियों में मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द की वजह से परेशान हैं तो इसकी वजह पानी की कमी हो सकती है. पानी की कमी की वजह से ही मांसपेशियों को काम करना मुश्किल हो जाता है. मांसपेशियों में बेचैनी होने लगती है. इसी की वजह से रह रहकर ऐंठ होती है.
इलेक्ट्रोलाइट की कमी
पोटैशियम, मैग्नीशियम और सोडियम जैसे तत्व इलेक्ट्रोलाइट की कमी की वजह बनते हैं. यह नसों और न्यूरोट्रांसमीटर के लिए एनर्जी के रूप में काम करते हैं. साथ ही इनकी कनेक्टिविटी को सही करते हैं. बाॅडी में इनकी कमी की वजह से मांसपेशियों में अकड़न शुरू हो जाती है.
बीपी लो के कारण
गर्मियों में कुछ लोगों का बीपी हाई की जगह लो होने लगता है. इसकी मुख्य वजह ज्यादा पसीना आने की वजह से बीपी का डाउन चला जाना है. ऐसे में कई दिक्कतें बढ़ जाती है. इनकी वजह से मांसपेशियों में अकड़न आने लगती है.
एनर्जी की कमी
गर्मियों में डिहाइड्रेशन की समस्या होने की वजह से मांसपेशियों में अकड़न बढ़ सकती है. ऐसे में पानी की कमी न होने दें. समय समय पर खाते पीते रहें. इसे शरीर में एनर्जी बनी रहेगी. इसकी कमी के चलते ही ऐंठन शुरू हो जाती है.
मांसपेशियों में ऐंठन से ऐसे बचें
मांसपेशियों में ऐंठन से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं. गर्मियों में शरीर में पानी की कमी की वजह से दिक्कत शुरू हो जाती है. इसके साथ ही पानी से भरपूर फूड्स का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें. इसे शरीर में हाइड्रेशन के साथ ही एनर्जी बनी रहें. दिन की डाइट में इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक को जरूर शामिल करें. इसे गर्मी का बचाव होगा.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.