National Epilepsy Day: क्या है मिर्गी की बीमारी? ये लक्षण दिखें तो तुरंत अपनाएं बचाव के ये उपाय

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 16, 2023, 10:00 PM IST

क्या है मिर्गी की बीमारी? लक्षण दिखें तो तुरंत अपनाएं बचाव के ये उपाय

National Epilepsy Day 2023: आज हम आपको नेशनल एपिलेप्सी डे यानि राष्ट्रीय मिर्गी दिवस पर बता रहे हैं कि मिर्गी का दौरा आने पर आपको सबसे पहले क्या काम करना चाहिए, इसके लक्षण और बचाव के उपाय क्या हैं

डीएनए हिंदीः मिर्गी लंबे समय से चली आ रही एक ऐसी दिमागी बीमारी है, जो सीधे ब्रेन सेल्स पर अटैक करती है और इसकी वजह से व्यक्ति बेहोशी या भयानक दौरे की स्थिति में आ जाता है. इतना ही नहीं, मिर्गी का दौरा किसी भी उम्र में इंसान को प्रभावित कर सकता है. जब भी मिर्गी का (National Epilepsy Day) दौरा आता है मरीज काफी खतरनाक स्थिति में पहुंच जाता है और उस समय यह समझ नही आता कि किस तरह मरीज को ठीक करें या फिर ऐसा क्या काम करें जो मरीज पहले की तरह नॉर्मल हो जाए. ऐसे में आज हम आपको नेशनल एपिलेप्सी डे (Epilepsy symptoms) यानि राष्ट्रीय मिर्गी दिवस पर बता रहे हैं कि मिर्गी का दौरा आने पर आपको सबसे पहले क्या काम करना चाहिए, इसके लक्षण और बचाव के उपाय क्या हैं.. 

मिर्गी रोग का कारण

दरअसल मिर्गी रोग के अधिकतर मामलों में कोई विशेष कारण नहीं देखा जाता है, लेकिन कुछ कारण हैं जो मिर्गी के दौरे की वजह बनता है. इनमें से दुर्घटना के कारण सिर में चोट लगना, ब्रेन स्ट्रोक या ट्यूमर, ब्रेन इंफेक्शन, जन्म से असामान्य होना, संक्रमण जैसे एन्सेफलाइटिस और मेनिन्जाइटिस आदि शामिल हैं. इसलिए मिर्गी का दौरा आए तो तुरंत डाॅक्टर की सलाह लें, क्योंकि इसके प्रति लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है.
 

  • क्या हैं मिर्गी रोग के लक्षण
  • अचानक बेहोश हो जाना
  • अचानक पूरे शरीर और हाथों-पैरों में झटके आने लगना
  • शरीर में सुइयों के चुभने जैसा महसूस होना
  • हाथों पैरों की मांसपेशियों का असामान्य रूप से अकड़ना.

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मिर्गी के दौरे से कैसे करें सामना 

अगर आपके आसपास किसी को मिर्गी का दौरा पड़ रहा हो तो-
 
-गर्दन के पास से किसी भी तरह का टाइट कपड़ा हटा दें ताकि मरीज को सांस लेने में दिक्कत ना हो.
-फिर सिर के नीचे कोई कपड़ा या मुलायम तकिया रख दें.
-दौरा खत्म होने तक व्यक्ति के पास रहें और उनके मुंह में कुछ ना दें.
-साथ ही पीड़ित व्यक्ति को रिलैक्स करने की कोशिश करें और उन्हें आराम करने या सोने दें.

बता दें कि मिर्गी रोग को इलाज और दवाइयों से ही ठीक किया जा सकता है. इसके लिए कोई टोटका या झाड-फूंक के चक्कर में न पड़े. ऐसी स्थिति में या फिर इसके लक्षण नज़र आते ही अच्छे डॉक्टर से परामर्श करें, ताकि समय रहते स्थिति को नियंत्रित किया जा सके और मरीज को खतरे से बाहर निकाला जा सके..

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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