डीएनए हिंदी: हाई कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) मतलब ब्लड सर्कुलेशन( Blood Circulation) का खराब होना और हार्ट अटैक (Heart Attack) से लेकर स्ट्रोक (Stroke) तक के खतरे का बढ़ना है. एक बार अगर ब्लड में वसा (Fat in Blood) जम जाए तो वह आसानी से नहीं हटती लेकिन कुछ बीज (Healthy Seeds) ऐसे हैं जो आपके खून में जमा इस प्लेक (plaque) को आसानी से बाहर कर सकते हैं.
रोज की डाइट में तीन तरह के हेल्दी बीज को शामिल करें. खास बात ये है कि ये नेचुरल बीज आसानी से आपके आसपास ही मिल जाएंगे और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार होंगे. तो चलिए जानें इन बीजों का फायदा और किन-किन रोगों में भी होता है.
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धनिया के बीज और उसका पानी
कार्डियोलॉजी रिव्यूज़ (Current Cardiology Reviews) में पब्लिश श्री रामचंद्रा यूनिवर्सिटी की स्टडी के अनुसार धनिया के बीज को भीगाकर अगर उसका पानी पीने की आदत डाल लें तो ये एलडीएल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल (bad cholesterol) का स्तर कम करता है. पानी के साथ इस बीज का सेवन भी करना चाहिए. इससे टिश्यूज में कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) और ट्राईग्लिसराइड्स (triglycerides) की मात्रा कम होती है.
जर्नल ऑफ एनवायर्मेंटल बायोलॉजी (Journal of Environmental Biology) की एक स्टडी में धनिया के बीज को हाई कोलेस्ट्रॉल की नेचुरल दवा माना गया है. इसके सेवन से लिपिड की मात्रा कम होती है. सूरजमुखी फूल के बीज भी शरीर में बढ़ते बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने का काम करते हैं. बस आपको इन बीजों के सही इस्तेमाल का तरीका पता होना चाहिए. आइए जानते हैं कैसे इन बीजों के इस्तेमाल से बैड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम किया जा सकता है.
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सूरजमुखी बीज
हाई कोलेस्ट्रॉल में सूरजमुखी के बीजों को खाना बहुत फायदेमंद माना गया है. इसके बीज में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी और पॉलीसैचुरेटेड फैट होता है, जो ब्लड में जमी वसा को पिघलाता है. सूरजमुखी के बीजों को यूं ही चबा सकते हैं या तो इसे भीगा कर खाने की आदत डाल लें. इससे फायदा दोगुना होगा. इन बीजों को भूनकर भी खाया जा सकता है.
मेथी के बीज
शरीर में मौजूद बैड कलेस्ट्रॉल को कम कर गुड कलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम करती है मेथी. साथ ही साथ ट्राईग्लिसराइड के लेवल को भी कम करती है और शरीर में फैट को जमने से रोकती है मेथी. अगर 2-3 महीने तक हर दिन नियमित रूप से मेथी के पानी का सेवन किया जाए तो निश्चित तौर पर शरीर में एचडीएल यानी गुड कलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है और टोटल कलेस्ट्रॉल लेव में भी काफी कमी आती है.
तिल के बीज
Nutrition Research में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार तिल बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड को कम करने में रामबाण साबित होता है. तिल में मौजूद सेसमिन छोटी आंत से कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को रोकता है और एंजाइम एचएमजी सीआए रिडेक्ट्स को कंट्रोल करता है. इससे बैड कोलेस्ट्रॉल नहीं बनने पाता. तिल में मौजूद अल्फा लिनोलेइक एसिड और घुलनशील फाइबर ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को रोक देते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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