Parrot Fever: 5 मौतों से बढ़ी चिंता, दुनियाभर में फैला 'तोता बुखार'...जानिए कितना घातक है?

ऋतु सिंह | Updated:Mar 09, 2024, 07:13 AM IST

What is parrot fever

कोरोना के बाद तोता बुखार पूरी दुनिया में फैल गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह बीमारी घर में संक्रमित पालतू पक्षियों के कारण फैलती है. आइए जानते हैं कितनी खतरनाक है ये बीमारी.

यूरोप में तोते के बुखार से होने वाली मौतों ने दुनिया भर में चिंता पैदा कर दी है. इस बीमारी से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीमारी के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सतर्कता बरतने की चेतावनी दी है. तोते के बुखार को सिटाकोसिस भी कहा जाता है. यूरोपीय देशों में लोग इस बीमारी से प्रभावित हैं. 2023 से ये बीमारी यूरोप में फैलनी शुरू हो गई है. इस बीमारी से अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है, WHO ने जानकारी दी है.

एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल यानी 2023 में पैरट फीवर के जर्मनी में 14 और ऑस्ट्रिया में 14 मामले पाए गए थे. ऑस्ट्रिया में इस साल 4 मामले सामने आए हैं. इस साल फरवरी तक डेनमार्क में अब तक 23 मामले सामने आ चुके हैं. नीदरलैंड में भी 21 मरीज मिले हैं. 

तोता बुखार क्या है?
तोता बुखार एक संक्रामक रोग है जो क्लैमाइडिया बैक्टीरिया के संक्रमण से होता है. यह जीवाणु तोते सहित कई पक्षियों को संक्रमित करता है और पक्षियों के माध्यम से मनुष्यों को संक्रमित करता है. दिलचस्प बात यह है कि इस बीमारी का असर प्रभावित पक्षियों पर दिखाई नहीं देता है.

अमेरिकी स्वास्थ्य संगठन सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, यह संक्रमण तब फैलता है जब कोई व्यक्ति किसी संक्रमित पक्षी या उसके मल के संपर्क में आता है. संक्रमण तब भी फैल सकता है जब मनुष्य उन क्षेत्रों में मौजूद हों जहां संक्रमित पक्षी सांस छोड़ते हैं. हालाँकि, यह बीमारी संक्रमित पक्षियों को खाने से नहीं फैलती है.

तोता बुखार एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है. लेकिन ऐसे मामले दुर्लभ हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, तोते के बुखार के अधिकांश मामले घर के अंदर रखे गए संक्रमित पक्षियों से आते हैं.

किसे अधिक ख़तरा है?
यह एक ज़ूनोटिक रोग है, जिसका अर्थ है कि यह शुरुआत में पक्षियों में फैलता है और मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह बीमारी पक्षियों के पंखों से फैल सकती है. इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है. इस बीमारी का खतरा सबसे अधिक पक्षी व्यापारियों और पक्षी प्रजनकों को होता है. इसके अलावा पोल्ट्री कर्मचारी और पशु प्रेमी भी खतरे में हैं. 

तोता बुखार के लक्षण?
संक्रमण के अगले 5 से 14 दिनों में तोते के बुखार के लक्षण दिखाई देने लगते हैं. इस बीमारी के लक्षणों में सिरदर्द, सूखी खांसी, बुखार और आवाज बैठना शामिल हैं. इस बीमारी का इलाज एंटीबायोटिक्स से किया जाता है. इस बीमारी से मृत्यु दर दुर्लभ है. 

इस बीमारी से कैसे बचें?
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उन देशों में सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं जहां इस बीमारी के अधिक मामले पाए गए हैं. जो लोग पक्षी पालते हैं उन्हें सलाह दी जाती है कि वे अपने पिंजरों को साफ करें और पालतू जानवरों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर रखने से बचें.

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.

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