डीएनए हिंदी: (Peepal Ki Chal Ke Fayde) हाई यूरिक एसिड और डायबिटीज दोनों ही गंभीर बीमारियों में से एक है. बदलते लाइफस्टाइल के साथ ज्यादातर लोग इन दोनों ही बीमारियों की चपेट में आ गए हैं. यूरिक एसिड हाई होते ही शरीर के जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ जाती है. व्यक्ति का चलना फिरना मुश्किल हो जाता है. वहीं डायबिटीज उन लाइलाज बीमारियों में से एक है, जिसे जीवन भर झेलना पड़ता है. इसमें खाने पीने से लेकर मौसम तक का ख्याल रखना है. ऐसे में इन दोनों ही बीमारियों को पीपल की लकड़ी से सही किया जा सकता है. हिंदू धर्म पूजा जाने वाला पीपल का पेड़ औषधीय गुणों से भी भरपूर है. इसके पत्तों से लेकर लकड़ी की छाल और तना तक कई बीमारियों में दवा का काम करते हैं. इनमें और भी कई फायदे होते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी हैं.
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हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करती है पीपल की छाल
शरीर में प्यूरीन और मात्रा बढ़ने पर टूटकर यूरिक एसिड का रूप ले लेते हैं. यूरिक एसिड खून में मिलकर शरीर के जोड़ों में जम जाता है. ऐसी स्थिति में शरीर के सभी जोड़ों मं दर्द और सूजन बढ़ जाती है. इस स्थिति से छुटकारा दिलाने के लिए पीपल की छाल का इस्तेमाल कर सकते हैं. पीपल की छाल यानी पीपल के पेड़ की लकड़ी का पानी पीने से ही यूरिक एसिड कंट्रोल में आ जाता है. जोड़ों में होने वाला दर्द और सूजन कम होता है.
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डायबिटीज में रामबाण है पीपल की छाल
डायबिटीज की बीमारी होते ही ब्लड शुगर असंतुलित हो जाता है. यह दिल से लेकर स्ट्रोक और अंधा तक कर सकता है.ऐसे में अगर आप ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेद उपचार चाहते हैं तो इसमें पीपल का पेड़ बेहद लाभकारी है. पीपल की छाल में मौजूद पोषक तत्व डायबिटीज को कंट्रोल करता है. यह सेहत को बढ़ावा देता है.
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ऐसे करें पीपल के छाल का इस्तेमाल
पीपल की छाल का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले छाल के छोटे छोटे टुकड़े लेकर उन्हें धूप में सूखा दें. इसके बाद इन्हें पानी में कम से कम 20 मिनट तक उबाल लें. उबले हुए पानी को सुखा लें. इसके इसके बाद इन्हें पीसकर पाउडर के रूप में बदल लें. इसे एक डिब्बे में भरकर रात को सोने से पहले एक गिलास पानी में मिलाकर पी लें. नियमित रूप से इसका सेवन करने पर यूरिक एसिड और डायबिटीज दोनों ही कंट्रोल हो सकते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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