डीएनए हिंदी: हेपेटाइटिस (Hepatitis) की बीमारी एड्स (HIV) जैसी खतरनाक है, जो एक दूसरे के शारीरिक संपर्क में आने से भी फैल जाती है. हेपेटाइटिस (Hepatitis) लीवर से जुड़ी एक बीमारी है, जो वायरल इन्फेक्शन के कारण होती है. इस बीमारी में लीवर में सूजन आ जाती है. इस बीमारी से संक्रमित लोग अगर एक से ज्यादा रिलेशन में आते हैं तो इसका खतरा और बढ़ जाता है. इसलिए हेपेटाइटिस में यौन संबंध बनाना सुरक्षित नहीं है.
क्या है हेपेटाइटिस
हेपेटाइटिस कई प्रकार के होते हैं, ए,बी, सी,डी और ई लेकिन टाइप बी और सी लाखों लोगों में क्रोनिक बीमारी का कारण बन रहे हैं क्योंकि इनके कारण लीवर सिरोसिस और कैंसर (Cancer) होते हैं. आंकड़े बताते हैं कि इस बीमारी से मरने वालों की संख्या में दिन प्रतिदिन इजाफा हो रहा है. हर साल 28 जुलाई को हेपेटाइटिस डे (Hepatitis Day) के रूप में मनाया जाता है ताकि लोगों तक ज्यादा से ज्यादा जागरूकता फैल सके.
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यौन संबंध बनाना है खतरनाक (Sex is not safe in Hepatitis)
हेपेटाइटिस बी के वायरस का विंडो पीरियड बहुत लंबा होता है अर्थात शरीर में वायरस प्रवेश करने के बाद भी तकरीबन 15 दिन तक लक्षण सामने नहीं आने देता है. इस बीमारी में 80 फीसदी लक्षण तुरंत नजर नहीं आते हैं. जब तक मरीज को इस लक्षणों के बारे में मालूम चलता है तब तक देर हो चुकी होती है। हेपेटाइटिस बी के मरीज के साथ सेक्स न करें क्योंकि ऐसा करने से रोग फैलने की संभावना काफी अधिक होती हो जाती है.
हेपेटाइटिस बी HIV के समान ही खतरनाक होता है, इस बीमारी का वायरस खून के जरिए आपको संक्रमित कर सकता है। हेपेटाइटिस के रोगी के साथ असुरक्षित सेक्स करना खतरनाक साबित हो सकता है, इसलिए जहां तक हो कंडोम का प्रयोग करें ताकि संक्रमण न फैले. भले ही आप कंडोम का इस्तेमाल करते हैं लेकिन अगर एक से अधिक रिलेशन बनाने हैं तो यह बीमारी और ज्यादा फैल जाती है. इसलिए शारीरिक रूप से जितना हो सके इसे बचने का प्रयास करें.
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एक दूसरे की चीजें न करें इस्तेमाल (Don't use each other used items)
अगर किसी एक व्यक्ति को यह बीमारी है तो कोशिश करें कि वह दूसरे की चीजों का इस्तेमाल न करें, ऐसा करने से यह बीमारी ज्यादा फैलती है. ऐसा कहा जाता है कि यह वायरस सात दिनों तक बाहर जिंदा रहता है, ऐसे में अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति उस संक्रमित व्यक्ति का कोई सामान यूज करता है तो उसे भी यह अटैक कर सकता है
मां से बच्चे के अंदर आती है यह बीमारी
अगर कोई गर्भवती महिला है और उसे हेपेटाइटिस हो गया है तो निश्चित है कि उसके बच्चे को भी यह बीमारी हो जाएगी, अगर होने वाली किसी ऐसी व्यक्ति के संपर्क में आती हैं जिसे हेपाटाइटिस है तो उससे भी बच्चे को यह बीमारी फैलने की आशंका बढ़ जाती है. इसलिए कोशिश करें कि किसी के भी शारीरिक संपर्क में कम आएं.
इस बीमारी के लक्षण (Symptoms of Hepatitis)
जॉन्डिस या पीलिया
यूरीन का रंग बदलना
बहुत अधिक थकान
उल्टी या जी मिचलाना
पेट दर्द और सूजन
खुजली
भूख ना लगना या कम लगना
इलाज (Treatment of Hepatitis)
हेपेटाइटिस बी और सी की रोकथाम वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के प्रयाल करने से हो सकता है. इसके अलावा बच्चों को हेपेटाइटिस से सुरक्षित रखने के लिए लिए वैक्सींस दी जा सकती हैं. सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेन्शन (Center for Disease Control and Prevention) CDC के अनुसार 18 साल के उम्र तक और उससे वयस्क लोगों को 6-12 महीने में 3 डोज़ दी जानी चाहिए. इस तरह उन्हें ,हेपेटाइटिस से पूर्ण सुरक्षा मिलेगी.
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इन बातों का रखें ख्याल (Keep these things in Mind)
अपना रेजर, टूथब्रश और सूई को किसी से शेयर न करें, इससे इन्फेक्शन का खतरा कुछ हद तक कम किया जा सकता है
टैटू करवाते समय सुरक्षित उपकरणों का इस्तेमाल सुनिश्चित करें.
कान में छेद करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि उपकरण सुरक्षित और इंफेक्शन-फ्री हैं
सेफ सेक्स
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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