Pneumonia Risk In Winter: ठंड में बढ़ रहे हैं निमोनिया के मामले, ये लक्षण दिखें तो भूलकर भी न करें नजरअंदाज

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 23, 2023, 09:43 AM IST

ठंड में बढ़ रहे हैं निमोनिया के मामले, ये लक्षण दिखें तो भूलकर भी न करें अनदेखा

Winter Raises Pneumonia Risk: निमोनिया सांस से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है और इसकी वजह से फेफड़ों में संक्रमण होता है. सर्दी में इसका खतरा अधिक होता है, इसलिए भूलकर भी इसके लक्षणों को नजरअंदाज न करें...

डीएनए हिंदीः सर्दी हो या गर्मी हर मौसम के साथ बीमारियां भी आती हैं, इसलिए हमेशा अपनी सेहत का खास ख्याल रखना बहुत ही जरूरी है. ठंड का मौसम अब शुरू हो चुका है, जिसकी वजह से लोगों में निमोनिया के मामले भी बढ़ रहे हैं. बता दें कि COPD, अस्थमा, कम (Pneumonia Risk In Winter) इम्यूनिटी या डायबिटीज या फिर ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों को इस समस्या का खतरा अधिक होता है. बता दें कि नवजात शिशुओं और अधिक उम्र के बुजुर्गों का रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होने के कारण उनमें निमोनिया संक्रमण का खतरा काफी ज्यादा होता है. दरअसल निमोनिया सांस से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है (Pneumonia) और इसकी वजह से फेफड़ों में संक्रमण होता है. यह बीमारी अधिकतर बुखार या जुकाम होने के बाद ही होता है. आइए जानते हैं इसके बारे में...

निमोनिया होने पर नजर आते हैं ये लक्षण

  • मरीज को ठंड या बिना ठंड के बहुत तेज बुखार आना
  • खांसी के साथ पीले रंग का बलगम आना
  • लंबी सांस लेने में मरीज को काफी दर्द महसूस होना और छाती में दर्द होना
  • कभी-कभी खांसी के साथ खून आने की समस्या
  • भूख न लगना इस बीमारी के प्रमुख लक्षण है

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लक्षण दिखने पर तुरंत करें ये काम

साधारण निमोनिया की पहचान एक्सरे या सीटी स्कैन से की जाती है और समय पर इलाज किया जाए तो निमोनिया का उपचार आसानी से किया जा सकता है. ऐसे में इस बीमारी के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी सलाह के मुताबिक तुरंत इसका इलाज शुरू कर दें.

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सर्दी में निमोनिया से बचाव के आसान उपाय

ठंड के मौसम में घऱ से बाहर निकलें तो गर्म कपड़े पहनकर ही निकलें. वहीं बैक्टीरिया से बचाव के लिए वैक्सीन जरूर लगवाएं. क्योंकि बैक्टीरियल वैक्सीन लगाने से बीमारी की गंभीरता कम हो जाती है. सर्दी में स्मोकिंग और ड्रिंकिंग करने वाले लोगों को भी निमोनिया का खतरा ज्यादा रहता है, इसलिए परहेज़ करना जरूरी है. इसके अलावा शुगर के मरीजों को ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है. ऐसे में पोषक तत्वों से भरपूर भोजन को डाइट में शामिल करना चाहिए.. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)

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