डीएनए हिंदीः वायु प्रदूषण आपके फेफड़ों से लेकर मस्तिष्क और हृदय तक को नुकसान पहुंचा सकता है. बिगड़ती वायु गुणवत्ता कोरोना की तरह लंग्स को डैमेज कर रही है. जहरीली हवा रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करने लगी है, जिससे निमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस - ब्रोन्किओल्स की सूजन जैसी समस्याएं बढ़ने लगी हैं.
इतना ही नहीं वायु प्रदूषण से हृदय रोग, फेफड़ों के कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता ह. पीएम 2.5 कण फेफड़ों के मार्ग में गहराई तक प्रवेश कर रहे हैं जिससे कोरोना जैसा ही नुकसान छाती को हो रहा है. इसलिए जरूरी है कि आप अपनी छाती को बचाने के लिए कुछ चीजें फॉलो करना शुरू कर दें.
धूम्रपान बंद करें
अगर स्मोकिंग करते हैं तो अपने लिए ही नहीं, अपने आसपास रहने वालों के लिए भी इसे बंद कर दें. इससे क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) और फेफड़ों के कैंसर जैसी बीमारियां का खतरा बढ़ेगा. जहरीले धुएं में स्मोकिंग सांस लेते हुए वायुमार्ग और आपके फेफड़ों में मौजूद छोटी वायुकोशिकाएं क्षतिग्रस्त कर सकती है.
नियमित व्यायाम करें
सक्रिय रहना आपके फेफड़े को मजबूत बनाएगा. व्यायाम उन मांसपेशियों को भी मजबूत कर सकता है जो आपके फेफड़ों को फैलने में मदद करती हैं. आपको हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट की मध्यम शारीरिक गतिविधि वाले व्यायाम करना जरूरी है. 30 मिनट पैदल चलना भी बेहतरीन होगा.
डाइट में इन चीजों को शुमार करें
अच्छा पोषण आपको आसानी से सांस लेने और कीटाणुओं से लड़ने में मदद कर सकता है. अपनी थाली भरने का लक्ष्य रखें:
- ताजे फल (जैसे जामुन, सेब, संतरा, केला)
- ताज़ी सब्जियां (जैसे लाल और हरी मिर्च, एवोकैडो, पत्तेदार सब्जियां, टमाटर)
- फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ (जैसे साबुत अनाज की रोटी, जौ, छिलके सहित पके हुए आलू, मेवे और बीज)
- लीन प्रोटीन (जैसे चिकन, फलियां, मछली, अंडे)
- स्वस्थ वसा (जैसे जैतून का तेल, कैनोला तेल) लें.
अपना वजन नियंत्रण में रखें
फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए शरीर का स्वस्थ वजन बनाए रखना महत्वपूर्ण है. क्योंकि आपका शरीर अतिरिक्त भार फेफड़ों को भी अधिक मेहनत करने पर जोर देगा और आपकी सांस फूलेगी तो आपको जहरीली हवा और खींचनी पड़ेगी.
गहरी सांस लेने का अभ्यास करें
गहरी सांस लेना करना कई कारणों से अच्छा होता है. यह आपको शांत और तनावमुक्त महसूस करने में मदद कर सकता है. यह सांस लेने में शामिल मांसपेशियों के व्यायाम में भी मदद कर सकता है. बस आप इंडोर में ही गहरी सांस लें. प्रणायाम करें.
स्टीम लें
रोज स्टीम लेने की आदत आपके फेफड़ों की गंदगी को पिघलाकर बाहर लाएगी और छाती की जकड़न कम होगी.
गार्गल करें
गर्म पानी में नमक डालकर गरारा करने से नाक और गले में चिपके पॉल्यूशन के कण अंदर जाने के बजाए बाहर को निकलेंगे. गले के बैक्टिरियल इंफेक्शन से भी बचाव होगा.
अपने घर के अंदर की हवा को साफ़ रखें
- अपने घर या कार में किसी को भी धूम्रपान न करने दें.
- HEPA फ़िल्टर वाले वायु शोधक का उपयोग करें, खासकर यदि आप सक्रिय जंगल की आग के पास रहते हैं.
- यदि आप बाहर निकल रहे हैं तो मास्क जरूर पहनें.
- घर के खिड़की-दरवाजे बंद रखें
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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