Polycystic Kidney Disease: क्या है पॉलीसिस्टिक डिजीज, जिससे किडनी में बन जाता है अल्सर, जानें लक्षण और बचाव के उपाय

Abhay Sharma | Updated:Dec 11, 2023, 06:10 PM IST

क्या है पॉलीसिस्टिक डिजीज, जिससे किडनी में बन जाता है अल्सर

Polycystic Kidney Disease: पॉलीसिस्टिक डिज़ीज किडनी से ही जुड़ा एक रोग है. इस स्थिति में किडनी में सिस्ट होने लगते हैं. आइए जानते हैं इसके लक्षण और बचाव के उपाय क्या हैं..

डीएनए हिंदी:  खराब खानपान और जीवनशैली का बुरा असर सेहत पर पड़ता है और इसकी वजह से व्यक्ति को कई तरह की गंभीर बीमारियां घेर लेती है. ऐसी ही एक समस्या है पॉलीसिस्टिक डिज़ीज. बता दें कि खराब खानपान और जीवनशैली का बुरा असर सबसे ज्यादा लिवर (Polycystic Kidney Disease) और किडनी पर पड़ता है और पॉलीसिस्टिक डिज़ीज किडनी से ही जुड़ा एक रोग है. इस स्थिति में किडनी में सिस्ट होने लगते हैं. ऐसे में इसके लक्षणों को तुरंत पहचान कर इसका इलाज शुरू कर देना चाहिए. हालांकि ज्यादातर लोग जानकारी न होने के कारण इसके लक्षणों को समझ पाते हैं, ऐसे में आगे  (PKD) चलकर ये समस्या और भी गंभीर हो जाती है. ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इस गंभीर बीमारी की ओर इशारा करते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में...

पॉलीसिस्टिक किडनी रोग
 
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक पॉलीसिस्टिक किडनी रोग (PKD) के कारण गुर्दे यानी किडनी में कई अल्सर (Cyst) का विकास हो जाता है और यह गुर्दे के आकार और वजन में वृद्धि का कारण बनता है. बता दें कि सिस्ट वाली किडनी का वजन 20-30 पाउंड तक हो सकता है. यह सबसे ज्यादा होने वाला गुर्दा विकार (Kidney Disorder) है, जो परिवार के माध्यम से आ सकता है. जी हां अगर माता-पिता दोनों को यह बीमारी है, तो इस बात की 50% संभावना है कि बच्चे को भी यह बीमारी होगी और अगर माता-पिता में से केवल एक को यह बीमारी है, तो भी बच्चे को यह बीमारी होने का 25% जोखिम रहता है. 

ये दिमागी बीमारी रोक देती है बच्चे का विकास, चलने-फिरने, बैलेंस बनाने में होती है दिक्कत

क्या हैं इसके लक्षण

कभी हाई नहीं होगा ब्लड शुगर अगर खाने के साथ खाएंगे ये चीज, डायबिटीज कंट्रोल का सबसे बेस्ट है ये तरीका

पॉलीसिस्टिक किडनी रोग से बचाव के उपाय

सही समय पर और उपयुक्त उपचार से इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है और इससे किडनी को प्रभावित होने से बचाया जा सकता है. बता दें कि इस रोग से बचने के लिए दवाओं, आहार में परिवर्तन और जीवनशैली में बदलाव किया जा सकता है. इसके अलावा नियमित चेकअप और चिकित्सक द्वारा बताई गई चीजों का पालन करना जरूरी है. बता दें कि इस रोग को जांचने के लिए कुछ टेस्ट कराये जा सकते हैं, इनमें अल्ट्रासाउंड, MRI स्कैन, CT स्कैन, इंट्रावेनस पाइलोग्राम आदि शामिल हैं. इससे बचाव के लिए धूम्रपान से दूर रहें और नमक कम खाएं. इसके अलावा रोजाना योग करें.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News
 पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Polycystic Kidney Disease Causes Polycystic Kidney Disease Treatment What Is Polycystic Kidney Disease Polycystic Kidney Disease PKD Health News Hindi Health News