Raju Shrivastava Death: राजू श्रीवास्तव के हार्ट में था 100 प्रतिशत तक ब्लॉकेज, 42 दिन बाद इस वजह से हुई मौत

Written By ऋतु सिंह | Updated: Sep 21, 2022, 12:18 PM IST

राजू श्रीवास्तव के शरीर में था 100 प्रतिशत तक ब्लॉकेज, 42 दिन बाद इस वजह से हुई मौत

Raju Shrivastava Death:कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का निधन हो गया और उनकी मौत की वजह उनके शरीर के एक हिस्से में 100 प्रतिशत ब्लॉकेज का बने रहना था.

डीएनए हिंदीः पिछले 42 दिन से कॉमेडियन और अभिनेता राजू श्रीवास्व दिल्ली के एम्स में जिंदगी और मौत से लड़ रहे थे लेकिन आज 58 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. जिम में ट्रेडमिल पर रनिंग के दौरान ही उनके चेस्ट में पेन हुआ था और चलती ट्रेडमिल से गिर पड़े थे.

राजू को हार्ट अटैक आने के बाद अस्पताल में लाया गया था लेकिन ब्लड में ब्लॉकेज के कारण उन्हें होश नहीं आ रहा था. पिछले 42 दिन से उनका एम्स में इलाज चल रहा था.

10 अगस्त से वेंटिलेटर पर थे
कॉमेडियन को 10 अगस्त को सुबह हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने उनके सिर का सीटी स्कैन कराया तो दिमाग के एक हिस्से में सूजन मिली थी. करीब 15 दिन बाद जानकारी मिली कि उन्होंने अपना एक पैर मोड़ा था, लेकिन उन्हें होश नहीं आया और उनका ब्रेन भी रिस्पॉन्स नहीं कर रहा था. बता दें कि राजू की एंजियोप्लास्टी भी हुई थी जिसमें हार्ट के एक बड़े हिस्से में 100% ब्लॉकेज पाया गया था. 
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ट्रेडमिल पर रनिंग करते समय हुआ था चेस्ट पेन

वह दिल्ली के साउथ एक्स के कल्ट जिम में 10 अगस्त की सुबह वर्क आउट कर रहे थे तभी ट्रेडमिल पर रनिंग करते समय उन्हें चेस्ट में पेन हुआ और वे नीचे गिर गए थे. इसके बाद उन्हें फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया. ब्लड क्लॉटिंग की वजह, लक्षण या खतरे क्या हो सकते हैं इसके बारे में हर किसी को जान लेना जरूरी है ताकि समय रहते इसका इलाज करा के जान जाने से रोका जा सके.

हार्ट ब्लाॅकेज के शुरूआती लक्षण 

  • लगातार या बार-बार सिर में दर्द होना
  • बेहोशी या चक्क-र आना
  • सांस का तेजी से फूलना
  • सांस लेने में दिक्कत आना
  • छाती में दर्द की शिकायत होना
  • काम करने पर थकान महसूस होना
  • गर्दन, ऊपरी पेट, जबड़े, गले या पीठ में दर्द होना
  • पैरों और हाथों में दर्द होना या सुन्न होना
  • कमजोरी या ठण्ड लगना

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हार्ट ब्लॉकेज का कारण: 
दिल तक जाने वाली खून की नसों में ब्लॉकेज के कारण जब ब्लाड सर्कुलेशन प्रभावित होता है तो हार्ट तक ब्लंड आसानी से नहीं पहुंचता, इससे हार्ट को दोगुनी गति से काम करना पड़ता है और कई बार ये प्रेशर हार्ट झेल नहीं पाता और फेल हो जाता है. फैट, कोलेस्ट्रॉल और अन्य हानिकारक पदार्थों के कारण ही ब्लड वेसल्स में ब्लॉकेज आ जाती है. जब दिल में मौजूद कोरोनरी आर्टरीज की दीवारों में कफ ज्यादा जमा हो जाता है तो उससे ब्लड फ्लो में दिक्कत होने लगती है जिसके कारण हार्ट ब्लॉकेज की परेशानी होती है. इसके अलावा हार्ट के मसल्स में सूजन होने, हार्ट अटैक और किसी सर्जरी के कारण भी ये परेशानी हो सकती है. हार्ट ब्लॉ केज होने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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