पाकिस्तान (Pakistan) के रावलपिंडी जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है, यहां एक महिला नें एक साथ 6 बच्चों को जन्म दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला को गुरुवार रात लेबर पेन के चलते हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था, जहां लंबे ऑपरेशन के बाद पाकिस्तानी महिला जीनत वहीद ने 1 घंटे के अंतराल में 6 (Woman Gives Birth to 6 Babies) बच्चों को को जन्म दिया. डॉक्टरों को मुताबिक, मां और बच्चे स्वस्थ हैं.
सोशल मीडिया पर ये खबर तेजी से वायरल हो रही है, कई लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि किसी महिला को जुड़वा (Multiple Child Birth) या दो से ज्यादा बच्चे एक साथ कैसे हो सकते हैं? आइए जानते हैं इसके बारे में...
किसी महिला के क्यों होते हैं जुड़वां बच्चे (Reason of Multiple Child Birth)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एक से ज्यादा बच्चों को जन्म देने को मेडिकल टर्म में मल्टिपल प्रेग्नेंसी कहा जाता है. आमतौर पर महिला एक समय में एक बच्चे को ही जन्म देती है. हालांकि कई मामलों में महिला दो या दो से अधिक बच्चों को भी जन्म देती है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जुड़वा बच्चे दो तरह से होते हैं, पहला है आइडेंटिकल (मोनोजाइगोटिक) और दूसरा है नॉन-आइडेंटिकल (डाइजाइगोटिक).
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक आइडेंटिकल ट्विंस में फर्टिलाइज एग दो भ्रूण में बंट जाते हैं और ये भ्रूण मोनोजाइगोटिक होते हैं. यानी इनके आइडेंटिकल जीन्स होते हैं. ऐसे में आइडेंटिकल ट्विंस एक ही सेक्स के हो सकते हैं और इनकी शक्लें भी काफी मिलती-जुलती हैं.
वहीं जब फर्टिलाइजेशन के समय गर्भाशय में दो एग होते हैं और दोनों ही स्पर्म से फर्टिलाइज हो जाते हैं तो इस स्थिति को नॉन आइडेंटिकल प्रेग्नेंसी कहा जाता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये भ्रूण डिजिगोटिक होते हैं, यानी इस स्थिति में दोनों बच्चों का सेक्स अलग हो सकते हैं..
इस कारण होते हैं दो से ज्यादा बच्चे
एक महिला के दो से ज्यादा बच्चे होना बहुत ही रेयर केस माना जाता है, लाखों मामलों में से कोई एक ऐसा मामला सामने आता है जब कोई महिला एक साथ दो से ज्यादा बच्चों को जन्म देती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ऐसा तब होता है जब किसी महिला का एग दो से ज्यादा हिस्से में बंट जाए, इस स्थिति में महिला के उतने ही बच्चे हो सकते हैं जितने हिस्से में एग बंटा हो.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
DNA हिंदी अब APP में आ चुका है.. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.
देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.