डीएनए हिंदी: यूरिक एसिड की समस्या का दमदार इलाज है गिलोय (Giloy for Uric Acid). जी हां गिलोय ही वो तत्व है जो शरीर के अंदर जोड़ों में जम चुके यूरकि एसिड को भी बाहर निकाल सकता है. सूजन और दर्द से राहत दिलाने के साथ ही गिलोय किडनी के फंक्शन को भी सही करता है.
बता दें कि गिलोय इंफेक्शन जैसी बीमारियों से भी लड़ता है. ये इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ ही खून में कम होने वाले प्लेटलेट को भी बढ़ाता है. गिलोय एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जो यूरिक एसिड के लक्षणों को कम करता है. तो चलिए जानें इस गिलोय का यूज कैसे करें.
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गिलोय का बनाएं काढ़ा
गिलोय की ताजी पत्तियां और तने को तोड़कर रातभर पानी में भीगा दें. अगले दिन सुबह इसे पीस कर पानी में पांच मिनट उबाल लें. पानी जब आधा न हो जाए तो इसे छान कर पी लें.
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कितनी मात्रा में लें गिलोय
आयुर्वेद के अनुसार एक दिन में स्वस्थ मनुष्य गिलोय की 20 gm मात्रा का अधिकतम सेवन कर सकता है. अगर कोई व्यक्ति गिलोय का जूस पी रहा है तो भी इसकी मात्रा 20 ml से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. इससे ज्यादा सेवन करने पर गिलोय नुकसान भी कर सकती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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