डीएनए हिंदीः 'बैड कोलेस्ट्रॉल' कम करने से स्ट्रोक और हार्ट अटैक को रोकने में मदद मिल सकती है. नसों में फैट के जमने से मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन का खतरा बढ़ता है इससे जान जाने का जोखिम भी बढ़ जाता है. लेकिन कुछ होम रेमेडीज ऐसी हैं जो जादुई तरीके से कोलेस्ट्रॉल को कम कर नसों की ब्लॉकेज को खोलती हैं और ब्लड सर्कुलेशन को सही करती हैं.
एथेरोस्क्लेरोसिस जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि वयस्कों के ब्लड में खराब कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल की मात्रा जितना ज्यादा होती है इससे म्योकार्डिअल इन्फ्रक्शन और स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है. डेनमार्क के कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के जनरल पॉपुलेशन स्टडी में 20 वर्ष की आयु से 60 वर्ष की आयु तक के ब्लड में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा लगातार बढ़ती पाई गई और इसके पीछे वजह खानपान में लापरवाही, एक्सरसाइज न करना शामिल था.
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मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन और स्ट्रोक की रोकथाम को केवल खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करके ही किया जा सकता है. तो चलिए जाने वो 5 बेस्ट चीजें जो नसों की ब्लॉकेज को खोल कर वसा को बाहर करती हैं
कोलेस्ट्रॉल लेवल को मैनेज करने के घरेलू उपाय
1. लहसुन
लहसुन अमीनो एसिड, विटामिन, खनिज और ऑर्गोसल्फर यौगिकों जैसे एलिसिन, एज़ीन, एस-एलिलसिस्टीन, एस-एथिलसिस्टीन और डायलिलसल्फ़ाइड से भरा होता है. इन सल्फर यौगिकों को सक्रिय तत्व कहा जाता है जो लहसुन को चिकित्सीय गुण प्रदान करते हैं. कई वैज्ञानिक अध्ययनों ने लहसुन को अवशेष और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को काफी कम करने में प्रभावी है. रोजाना 2 से चार कली लहसुन का सेवन करने से आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल 9% तक कम हो सकता है.
2. ग्रीन टी
पानी के बाद सबसे ज्यादा फायदेमंद पेय ग्रीन टी है, जो पॉलीफेनोल्स का एक समृद्ध स्रोत है. ये यौगिक मानव शरीर को अत्यधिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं. ग्रीन टी में पॉलीफेनोल्स की उच्चतम सांद्रता होती है जो न केवल अवशेष और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करती है बल्कि एचडीएल कोलेस्ट्रॉल को भी बढ़ाती है. जो पुरुष ग्रीन टी पीते हैं उनमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर उन लोगों की तुलना में कम होता है जो ऐसा नहीं करते हैं. आपको बस दो से तीन कप ग्रीन टी रोज पीने की जरूरत है. ग्रीन टी में अवशेष और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने से जुड़े पॉलीफेनोल्स की उच्चतम सांद्रता होती है.
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3. धनिया के बीज
आयुर्वेद में धनिया के बीजों का उपयोग कई बीमारियों के लिए किया जाता है. खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करना उनमें से एक है. धनिया के बीज में फोलिक एसिड, विटामिन ए और बीटा-कैरोटीन जैसे कई प्रमुख विटामिन होते हैं, और सबसे महत्वपूर्ण विटामिन सी होता है. वजन घटाने के लिए भी धनिया के बीज बेस्ट होते हैं. ये शरीर से लेकर ब्लड तक की चर्बी को गला देता है. धनिया के बीज में फोलिक एसिड,विटामिन सी, विटामिन ए और बीटा-कैरोटीन जैसे कई प्रमुख विटामिन होते हैं जो वसा को गलाते हैं.
4 मेथी के बीज
मेथी के बीज विटामिन ई से भरपूर होते हैं और इसमें एंटीडायबिटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. मेथी में पाए जाने वाले सैपोनिन्स शरीर से कोलेस्ट्रॉल को हटाने में मदद करते हैं और इसका फाइबर लिवर में संश्लेषण को कम करने में मदद करता है. रोजाना आधा से 1 चम्मच मेथी के बीज खाने की सलाह दी जाती है. रोजाना आधा से एक चम्मच मेथी के बीज खाने की सलाह दी जाती है.
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5. आंवला
यह खनिजों और अमीनो एसिड के अलावा विटामिन सी और फेनोलिक यौगिकों के सबसे समृद्ध स्रोतों में से एक है. आयुर्वेद में आंवले के फल का उपयोग विभिन्न रोगों के उपचार के लिए रसायन के रूप में किया जाता रहा है. इंडियन जर्नल ऑफ फार्माकोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में आंवला के खिलाफ कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाओं के प्रभाव की तुलना की गई है. आंवले के रोजाना सेवन से न केवल बचे हुए और खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है बल्कि ऑक्सीडेशन से होने वाले नुकसान को भी कम करता है. रोजाना एक से दो आंवले के फलों का सेवन किया जा सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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