Diabetes Control: खाने में बस इस एक ट्रिक का करें इस्तेमाल तो शुगर हो जाएगी कंट्रोल- ICMR

| Updated: Aug 31, 2022, 10:17 AM IST

Diabetes Food- शुगर कंट्रोल करने के लिए आपको अपने खाने में प्रोटीन बढ़ाना होगा और कार्ब्स कम करना होगा. आईसीएमआर की ये स्टडी जरूर पढ़ें और अपने खान पान का स्टाइल चेंज करें

डीएनए हिंदी: Diabetes kaise Control Karein- हर कोई अपने शुगर लेवल (Sugar Level) को लेकर काफी चिंतित रहते हैं. जो लोग प्री-डायबिटिक (Pre Diabetic) हैं वे अपने खानपान और लाइफस्टाइल से शुगर लेवल को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं. अगर आप अपने खाने में सफेद चावल (White Rice and Roti) और रोटी की मात्रा कम कर दें तो आपकी डायबिटीज कंट्रोल (Diabetes Control) रहेगी. जी हां यह बात हम नहीं एक अध्ययन दावे के साथ कह रहा है. 

आईसीएमआर (ICMR) की हालिया स्टडी में यह बात सामने आई है कि अगर डायबिटीज को कंट्रोल करना है तो एक ट्रिक अपनानी होगी, अपनी डाइट में प्रोटीन (Protein) की मात्रा बढ़ाकर कार्ब्स (Carbs) की मात्रा कम करनी होगी. इससे डायबिटीज कंट्रोल हो सकती है. अगर आप टाइप-2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के खतरे को कम करना चाहते हैं तो आपको अपने कार्ब इनटेक में 50 से 55 फीसदी की कमी करनी होगी और प्रोटीन इनटेक को 20 फीसदी तक बढ़ाना होगा.

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ICMR ने की है स्टडी

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च-इंडिया डायबिटीज (ICMR-INDIAB) की हालिया रिपोर्ट से यह बात सामने आई है.इस स्टडी में 18090 लोगों के मैक्रो-न्यूट्रिएंट के सेवन का पैटर्न शामिल है. इन मैक्रो न्यूट्रिएंट के सेवन के पैटर्न का पता लगाने के लिए एक गणित के मॉडल का प्रयोग किया गया. स्टडी में बताया गया है कि अगर खानपान बदला जाए तो डायबिटीज की दवाएं भी छूट जाएंगी.

यह रिपोर्ट आईसीएमआर-इंडिया डायबिटीज स्टडी डायबिटीज केयर (ICMR-INDIAB) में प्रकाशित हुई थी. रिसर्च के तहत कुल 18 हजार 90 वयस्कों की खाने-पीने की आदतों पर शोध किया गया.एक डाइट चार्ट बनाया गया जिसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को 54 फीसदी तक घटा दिया गया. इसी तरह प्रोटीन को 20 फीसदी बढ़ाया गया.जबकि फैट यानी वसा को 20 प्रतिशत पर रखा गया.

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रिचर्स में सामने आई यह बात

डॉक्टर और शोधकर्ता एचबीए1सी (HbA1c) को तीन महीने तक साढ़े 6 फीसदी के नीचे रखने में सफल रहे.सबसे बड़ी बात यह है कि ऐसा परिणाम बिना दवा के हासिल किया. बता दें कि HbA1c खून में ग्लूकोज लेवल मापने का तरीका है और इसी से डायबिटीज का पता लगाया जाता है तथा मरीज में शुगर लेवल पर नजर रखी जाती है. प्री-डायबिटीज यानी जिनमें डायबिटीज का खतरा बेहद ज्यादा है, उनमें HbA1c का स्तर 5.6 प्रतिशत से नीचे होना चाहिए. तभी कहा जा सकता है कि बीमारी में सुधार हुआ है.

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खाने में कार्बोहाइड्रेट करें कम और प्रोटीन बढ़ाएं 

रिसर्च में हिस्सा लेने वाले लोगों में से 1,594 में हाल में डायबिटीज का पता चला था. वहीं, 7,336 लोग प्री-डायबिटीज वाले थे.बाकी लोग सामान्य ग्लूकोज स्तर के थे. कलासलिंगम अकैडमी ऑफ रिसर्च के वैज्ञानिकों ने ऐसा गणितीय मॉडल तैयार किया, जिससे इन लोगों के खानपान में मैक्रोन्यूट्रिएंट को लेकर एक चार्ट बनाने में मदद मिली. खाने में मैक्रोन्यूट्रिएंट की मात्रा के माध्यम से शुगर स्तर नियंत्रित किया गया, जो डायबिटीज के नए रोगी थे, उनमें सुधार हुआ और जिन लोगों पर खतरा मंडरा रहा था, वे सामान्य होने की ओर बढ़े. इस गणितीय मॉडल के हिसाब से डायबिटिक लोगों को 49 से 54 फीसदी कार्बोहाइड्रेट, 19 से 20 प्रतिशत प्रोटीन और 21 से 26 फीसदी फैट लेने को कहा गया था. इसी तरह से प्री-डायबिटिक लोगों को रोज के आहार में 50 से 56 फीसदी कार्बोहाइड्रेट, 18 से 20 प्रतिशत प्रोटीन और 21 से 27 प्रतिशत फैट लेने की सलाह दी गई.

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कैसा होना चाहिए खाना 

डॉक्टर्स कहते हैं कि थाली में आलू कम करके पत्तेदार सब्जियां, बीन्स, पत्तागोभी, फूलगोभी खानी चाहिए. थाली के एक चौथाई हिस्से में प्रोटीन होना चाहिए. जैसे मछली, चिकन या सोया. इसके साथ ही थोड़ी मात्रा में चावल या एक या अधिकतम दो चपातियां होनी चाहिए. इसके साथ ही अंडे भी खा सकते हैं 

Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.) 

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