डीएनए हिंदी: ब्लड सर्कुलेशन खराब होने के पीछे एक नहीं कई कारण होते हैं. इसमें सबसे बड़ा कारण होता है हाई कोलेस्ट्रॉल. जब भी नसों में वसा का जमना ज्यादा होता है तो ब्लड सर्कुलेशन गड़बड़ होता है. कई बार हाई या लो ब्लड प्रेशर के कारण भी ऐसा होता है.
शरीर में ऑक्सीजन ब्लड के जरिये पूरे अंगों तक पहुंचता है लेकिन जब ब्लड सर्कुलेशन खराब या स्लो होता है तो इससे हार्ट पर प्रेशर पड़ने लगता है. ऐसे में हार्ट अटैक, स्ट्रोक या पैरलासिस अटैक का खतरा बढ़ता है. हालांकि, ब्लड सर्कुलेशन अगर सही न हो तो इसका संकेत शरीर इन 10 लक्षणों के जरिये देता है.
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स्लो Blood सर्कुलेशन symptoms
1. अचानक से या बार-बार हाथ-पैरों का सुन्न होना
2. हाथों और पैरों में झुनझुनी या सुई सी चुभन महसूस होना
3. हाथ और पैर अचानक से सूजन का आना या सूजन बने रहना
4. जोड़ों में दर्द, अकड़न, चटक के साथ ही मांसपेशियों खिंचाव महसूस होना
5. पैरों में नसों का उभरना या स्किन पर नील पड़ना
6. बिना मेहनत के भी थकान महसूस होना
7. काम में एकाग्रचित न हो पाना या घबराहट महसूस होना
8. स्किन का रंग में बदलना पीला या नीला पड़ना
9. कब्ज-गैस और एसिडिटी की शिकायत रहना
10. वैरिकोज वेन्स का होना यानि बड़ी, क्षतिग्रस्त और सूजी हुई नसें पैरों में नजर आती हैं. कई बार इससे पैरों में बेतहाशा दर्द भी होता है. ये वेन्स अक्सर पैरों और पैरों के पंजे पर दिखाई देती हैं.
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Bad Circulation की वजह
ब्लड सर्कुलेशन खराब होने की बड़ी वजह कोलेस्ट्रॉल का हाई होना है. जब धमनियों में मोम जैसा लिसलिसा पर्दाथ जमा हो जाता है तो रक्त का संचार प्रभावित होने लगता है. इसक अलवा ब्लड प्रेशर का हाई या लो होना या हीमोग्लोबिन और आयरन की कमी से भी ऐसा होता है. इन बीमारियों के अलावा कई अन्य कारण भी खराब ब्लड सर्कुलेशन का कारण हैं.
- धूम्रपान की आदत भी सर्कुलेशन को गड़बड़ करती है.
- बहुत अधिक स्ट्रेस लेना या फिजिकल एक्टिविटी न करना.
- इन बातों का भी रखें खास ख्याल
- कम पानी पीने की आदत भी ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करती है.
- लगातार बैठे रहने या एक ही पोजिशन में घंटों काम करना.
ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने के लिए क्या करें
कार्डियो एक्सरसाइज के साथ ब्रीदिंग एक्सरसाज जरूर करें. जितना हो सके खुले वातावरण में रहने की आदत डालें. फेफड़ों को जितनी अच्छी तरह ऑक्सीजन का डोज मिलेगा, सर्कुलेशन उतना बेहतर होगा. भोजन से नानवेज की मात्रा घटाकर अधिक से अधिक फल-सब्जियां शामिल करें. बहुत ज्यादा नमक और तेल-मसालों से भी दूरी बना लें.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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