harmful Room Heater: अगर ऐसे करते हैं हीटर का यूज तो कार्डियक अरेस्ट से ब्रेन डेड तक का होगा खतरा

ऋतु सिंह | Updated:Dec 20, 2022, 12:40 PM IST

harmful Room Heater: अगर ऐसे करते हैं हीटर का यूज तो कार्डिएक अरेस्ट से ब्रेन डेड तक का होगा खतरा

ज्यादातर लोग सर्दियों में गर्म रहने के लिए रूम हीटर का इस्तेमाल करते हैं लेकिन ये आंख की रोशनी छीनने के साथ ही जान भी ले सकता है अगर…

डीएनए हिंदीः ठंड का कहर बढ़ते ही हीटर और कोयले वाली भट्टियों की खरीद तेज हो गई है. लेकिन क्या आपको पता है कि अगर इनका सही तरीके और सावधानी से प्रयोग न किया जाए तो ये आपके लिए जानवाले हो सकते हैं. आंखों की रौशनी जाने से लेकर अस्थमा, दिमाग के निष्क्रिय होने से के साथ ही सिर दर्द से लेकर झुर्रियों तक का कारण बन सकते हैं. 

अगर आपको ये लगता है कि कोयले या उपले जलाने से ही ये सारी बीमारियों होती हैं तो आपको बता दें कि हीटर और ब्लोअर से भी यही खतरा होता है. कैसे चलिए जानें और साथ ही यह भी जान लें कि हीटर या ब्लोअर या भट्टी जालाना ही है तो क्या सवाधानी बरतें. 

सबसे पहले जान लें कि हीटर और कोयल के भट्टी के नुकसान क्या हैं

  1. दोनों ही कमरे से नमी खींच लेते हैं इससे स्किन के ड्राई और शरीर में पानी की कमी होने लगती है. पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन सर्दियों में कर्डिएक अरेस्ट से लेकर लो बीपी तक का कारण बनता है. 
  2. दोनों के ही चलते से कमरे में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है. अगर आप लंबे समय तक कम ऑक्सीजन वाले कमरे में रहेंगे तो आपका मस्तिष्क सुस्त हो जाएगा और गंभीर स्थिति में ऑक्सीजन न मिलने से सेरेब्रल हाइपोक्सिया हो जाता है. ये वो स्थिति है जिसमें दिमाग काम करना बंद करने लगता है यानी बहुत स्लो हो जाता है. मस्तिष्क की कोशिकाएं ऑक्सीजन की कमी के प्रति बेहद संवेदनशील होती हैं और ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद होने के पांच मिनट के भीतर मरना शुरू कर सकती हैं. वहीं भट्टी अगर कोयले की हो तो ऑक्सीजन की जगह कार्बन मोनोऑक्साइड शरीर में भर जाता है और सोते सोते ही मौत हो जाती है. 
  3. कमरे में हीटर भट्टी लंबे समय तक चलती रहे तो सिर दर्द या सांस लेने में समस्या होने लगती है. 
  4. क्योंकि हीटर और भट्टी दोनों ही कमरे की नमी और शरीर का पानी सोख लेते हैं इससे स्किन पर झुर्रिया आने लगती हैं. 
  5. नमी की कमी से आंखों को भी नुकसान होता है. ड्राई आई सिंड्रोम के कारण आंखों की रेटीना से लेकर कॉर्निया तक पर प्रभाव पड़ता है और गंभीर स्थिति में आंखों की रौशनी तक जा सकती है. 
  6. ऑक्सीजन की कमी और कार्बनमोनो ऑक्साइड की अधिकता से एलर्जी, अस्थमा या सांस संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही लंग्स में जाने वाला धुआं स्मोकिंग की तरह नुकसान पहुंचाता है.  

सर्दियों में हीटर या अंगीठी का इस्तेमाल करते हैं तो बरतें ये सावधानियां

  1. गैस हीटर या रॉड वाले हीटर की जगह ऑयल हीटर यूज करें. ऑयल हीटर में तेल से भरी पाइप होती है जिससे उस कमरे की हवा शुष्क नहीं होती है.
  2. जब भी कमरे में हीटर या भट्टी यूज करें कमरें में बाल्टी में पानी भर के कोने में रख दें. 
  3. लगातार हीटर या भट्टी न जलाएं. भट्टी अगर जला रहे हैं तो कमरे की खिड़की या दरवाजा थोड़ा सा जरूर खुला  रखें ताकि कमरे में ऑक्सीजन की कमी न हो. 
  4. हीटर का टेम्प्रेचर ज्यादा न रखें और कुछ समय बाद बंद कर दें.
  5. बच्चों और बुजुर्गों के कमरे में हीटर तब बंद कर दें जब कमरा नार्मल हो जाए. गर्म न रखें. 
  6. हीटर या भट्टी चलाकर सोने की गलती न करें. हीटर वाले कमरे से तुरंत बाहर ठंड में न निकले.
  7. गर्म कमरे में रह रहे तो खुद भी पानी खूब पीएं, ताकि शरीर में पानी की कमी न होने पाए.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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