दिन ठीक न जाने, काम के बोझ या फिर अन्य कई कारणों से कभी-कभार मूड ऑफ (Mood Off) हो जाना आम बात है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक कोई भी लो फील कर सकता है और किसी को भी उदासी घेर सकती है. लेकिन, आप दिन भर उदास रहते हैं (Sadness) या लो फील करते हैं तो इसे हल्के में न लें क्योंकि ये किसी गंभीर मानसिक बीमारी का संकेत भी सकता है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आपको ऐसा कई कारणों से हो सकता है, इनमें से सबसे बड़ा कारण डिप्रेशन है. इस स्थिति में उदासी के साथ-साथ भूख में कमी और थकान जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं. इसलिए अगर आप बेवजह अपसेट रहते हैं तो इसे अनदेखा न करें...
डिप्रेशन के कारण उदासी
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक डिप्रेशन से पीड़ित लोगों में चिंता या खालीपन की भावना, भविष्य को लेकर निराशा की भावना, चिड़चिड़ापन, अपराध बोध, लाचारी की भावना, पसंदीदा चीजों में भी दिलचस्पी कम होना, थकान, ऊर्जा की कमी, पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती है.
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इसके अलावा नींद के पैटर्न में बदलाव, बेचैनी, एकाग्रता की कमी, निर्णय लेने में परेशानी और भूख में कमी जैसे लक्षण दिख सकते हैं. ऐसे में अगर आपको ये लक्षण दिखें तो आपको तुरंत किसी डॉक्टर से परामर्श लेनी चाहिए. क्योंकि नजरअंदाज करने पर ये समस्या आगे चलकर और भी बढ़ सकती है.
बाइपोलर डिसऑर्डर
इसके अलावा इसके पीछे बाइपोलर डिसऑर्डर भी एक कारण हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों के मूड में अचानक परिवर्तन दिखने लगता है. ऐसी स्थिति में मरीज कभी अपसेट रहते है तो कभी अचानक ही बहुत ज्यादा खुश हो जाते हैं. ऐसी स्थिति में बेचैनी, चिड़चिड़ापन और नींद की कमी जैसे लक्षण दिख सकते हैं.
इसलिए अगर कोई व्यक्ति बिना वजह अपसेट रहता है तो उसे इसे नजरअंदाज किए बिना डॉक्टर से मिलना चाहिए. इसे नजरअंदाज करने से समस्या बढ़ती है. ऐसी स्थिति में मरीज गंभीर रूप से डिप्रेशन और बाइपोलर डिसऑर्डर के शिकार हो सकते हैं.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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