डीएनए हिंदी: डेंगू और चिकनगुनिया वाला मच्छर एडीज के काटने से ही जीका वायरस (Zika Virus) भी फैलता है. जीका वायरस का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. वैज्ञानिकों ने स्वास्थ्य विभाग को चेतावनी देते हुए कहा है कि देश के कई शहरों में जीका वायरस अपने पैर पसार रहा है. झारखंड, यूपी के लखनऊ, कानपुर,केरल में जीका वायरस के मामले सामने आ रहे हैं. कोरोना वायरस की दहशत थोड़ी सी कम हुई है और इस वायरस ने अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है. इसलिए वैज्ञानिकों ने आईसीएमआर को तैयार होने की चेतावनी दे दी है.
ऐसे हुआ शोध (Scientist alert to ICMR)
ICMR, AIIMS, RIMS और RML के संयुक्त प्रयास से कुछ मरीजों के सैंपल टेस्ट के लिए लिए गए जिसमें 1475 का टेस्ट हुआ, इन मरीजों को चिकनगुनिया या डेंगू नहीं निकला लेकिन 67 मरीज जीका वायरस से संक्रमित पाए गए. कई मरीज उसमें ऐसे थे जिनको डेंगू और जीका दोनों ही है.
यह भी पढ़ें - सेक्स के कारण फैलता है ये वायरस, जानिए इसके बारे में
शोधकर्ताओं ने बताया कि साल 2018 से ही इस वायरस का खतरा होने लगा था,साल 2021 में केरल में जीका का पहला मामला सामने आया था. वैज्ञानिकों का कहना है कि ये वायरस नवजात बच्चों में दिख सकता है, इसलिए सावधानियां बरतने की जरूरत है क्योंकि यह वायरस गर्भवती महिलाओं पर ज्यादा असर डालता है.
जीका वायरस के लक्षण (Symptoms of Zika Virus)
- जीका एक खतरनाक वायरस है, जो उसी एडीज मच्छर के काटने से फैलता है, जो डेंगू, चिकनगुनिया, निपाह, जापानी इन्सेफेलाइटिस, फाइलेरिया, मलेरिया इत्यादि बीमारियों का जनक है,
- गर्भवती महिलाओं में यह वायरस फैलने का खतरा ज्यादा होता है. इससे गर्भपात और मृत बच्चे के पैदा होने का भी खतरा रहता है, यह जन्म लेने वाले बच्चे के विकास पर बहुत दुष्प्रभाव डालता है, इससे पीड़ित महिलाओं के बच्चे अविकसित दिमाग के साथ पैदा होते हैं
- सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द
- उल्टी, हल्का बुखार
- जोड़ों में दर्द,रेशेज
- धीरे धीरे शरीर के कई हिस्सों को खासकर नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है.
- ब्लड ट्रांसफ्यूजन, यौन संबंध बनाने से या फिर गर्भवती महिला के भ्रून से यह वायरस फैल सकता है.
कहां से आया ये वायरस (History of Zika Virus)
WHO के अनुसार, जीका वायरस को पहली बार 1947 में युगांडा के बंदरों में पहचाना गया था लेकिन इसके अफ्रीका, एशिया, दक्षिण और मध्यम अमेरिका के लोगों को ज्यादा प्रभावित किया, 2016 में टेक्सास और फ्लोरिडा में मच्छर जनित संचरण के मामले सामने आए. शुरुआत में इसके लक्षण ज्यादा पता नहीं चलते लेकिन अगर किसी गर्भवती महिला को वायरस लग जाए, तो इसका गर्भावस्था और अजन्मे बच्चे पर गंभीर प्रभाव पड़ता है.
यह भी पढ़ें- ब्यूटी क्रीम से रहें सावधान, हो सकती हैं ये दिक्कतें
इलाज (Treatment of Zika Virus in Hindi)
- वैसे तो वायरस का कुछ खास इलाज नहीं है लेकिन डॉक्टर को तुरंत दिखाना चाहिए, बुखार समझकर इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए
- लगातार शरीर को हाईड्रेट रखना जरूरी है
- डॉक्टर की सलाह लेकर टेस्ट भी जरूर करवा लें
- इंसेक्ट रिपेलेंट का यूज करें
- फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें
- विंडों और डोर स्क्रीन का इस्तेमाल करें
- बिस्तर में मच्छरदानी लगाएं
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.