Chest Infection: सांस फूलना और गले में खराश कहीं चेस्‍ट इंफेक्‍शन तो नहीं? ऐसे पहचानें लक्षण

Written By ऋतु सिंह | Updated: Jul 10, 2022, 01:01 PM IST

चेस्‍ट इंफेक्‍शन का लक्षण पहचाने

Chest Infection Sign: सीने में इंफेक्‍शन होना बहुत ही आम समस्‍या है लेकिन ये समस्‍या होती बेहद गंभीर है. थोड़ी सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है. तो चलिए जानें क‍ि सीने में इंफेक्‍शन के क्‍या लक्षण होते हैं और किन लोगों में ये समस्‍या होने की संभावना ज्‍यादा होती है.

डीएनए हिंदी: अगर आपका गला कई दिनों से खराब है या सांस भी फूलती रहती है तो आपको इसे हल्‍के में नहीं लेना चाहिए. ये समस्‍या चेस्‍ट यानी छाती में संक्रमण का भी संकेत होता है. चेस्‍ट इंफेक्‍शन बरसात में सबसे ज्‍यादा होने की संभावना होती है. ह्यूमिडिटी के कारण इंफेक्‍शन तेजी से बढ़ता है.

चेस्ट इन्फेक्शन को रोकने (ways to stop chest infection) के लिए जरूरी है कि इसके लक्षण पहचाने जाएं. तो चलिये जानते हैं चेस्ट इन्फेक्शन होने पर क्‍या दिक्‍कते होती हैं और इससे बचने के बेहद आसान से उपाय क्‍या हैंं.

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क्या है चेस्ट इन्फेक्शन?
छाती में संक्रमण (chest infection) होने पर गले से लेकर सीने तक में परेशानी नजर आती है. सांस लेने में गड़गड़ाहट के साथ ही सांस की नली में सूजन हो जाती है. इससे सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है और गले में खराश, दर्द और छाले की समस्‍या सबसे पहले नजर आती है. कफ से फेफड़े भर जाते हैं. बता दें कि निमोनिया और ब्रोंकाइटिस सबसे कॉमन चेस्‍ट इंफेक्‍शन है.  ब्रोंकाइटिस आमतौर पर एक वायरल संक्रमण के कारण होता है. जबकि निमोनिया बैक्टीरियल इंफेक्‍शन है. निमोनिया जानलेवा बीमारी होती है. 

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छाती में संक्रमण के मुख्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • लगातार कफ वाली खांसी का आना
  • पीले या हरे रंग का कफ या बलगम निकलना
  • खांसी के साथ खून का आना
  • सांस फूलना
  • गले में खराश
  • तेज़ बुखार 
  • दिल की धड़कन का बढ़ना
  • सीने में दर्द, भारीपन या जकड़न
  • सिरदर्द के साथ पसीना आना 
  • भूख न लगना
  • गले में कुछ अटका हुआ सा महसूस होना
  • जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द


इन लोगों में होता है चेस्‍ट इंफेक्‍शन का खतरा

  • प्रेग्‍नेंट लेडी में
  • बच्चे या बूढ़ेे में
  • अस्थमा के मरीजों में
  • डायबिटीज रोगियों में
  • कमजोर इम्‍युनिटी वालों में

चेस्‍ट इंफेक्‍शन होने पर क्‍या करें

  • अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखें, पानी की कमी न होने दें.
  • कफ या बलगम को निकालने के लिए भाप लें और गर्म पानी पीएं.
  • कफ से सीना जकड़ गया है तो कभी सीधा न लेटें, करवट लेकर सोएं.
  • अध‍िक से अधिक गर्म चीजें खाएं और छाती पर कपूर के तेल की मालिश करें.
  • स्‍मोकिंग बिलकुल न करें

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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