Shaking Legs Problem: अक्सर लोग बैठे बैठे पैर हिलाने लगते हैं. आप को भी कभी न कभी इसको लेकर बुजुर्गों से डांट सुनने को मिली होगी. इसकी वजह धार्मिंक रूप से बैठे बैठे पैर हिलाना गलत माना जाता है. इसके पीछे कई सारी वजह हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पैर हिलाने का संबंध दिमाग से जुड़ा होता है. अगर आप इसे नहीं जानते हैं तो आइए जानते हैं कि बैठे बैठे पैर क्यों नहीं हिलाना चाहिए और इसका दिमाग से क्या संबंध होता है...
बैठे बैठे क्यों हिलाते हैं पैर
दरअसल कुछ लोगों को बैठे बैठे पैर हिलाने की आदत होती है. कुछ लोग जोर जोर से पैरा हिलाते हैं तो कुछ लोग बैठे बैठे धीरे धीरे पैरा झुलाते रहते हैं. आमतौर पर ये आदत आपके सबकॉन्शियस माइंड से होती है. व्यक्ति को इसका अहसास भी नहीं होता कि वह पैर हिला रहे हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो ऐसा करने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन जो भी बैठे बैठे लगातार पैर हिलाते रहते हैं, उनके माइंड या हेल्थ से जुड़े कुछ इश्यू जरूर होते हैं. लेकिन हर पैर हिलाने वाले हर व्यक्ति में अलग समस्या हो सकती है...
हो सकते हैं ये हेल्थ इश्यू
लेग मूवमेंट की समस्या यानी पैर हिलाने की समस्या की एक वजह रेस्टलेस लेग सिंड्रोम भी हो सकता है. यह एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है. इसमें व्यक्ति बिना पैरा हिलाए नहीं रह पाता. वह बैठते ही पैर हिलाता है.
एंजायटी की हो सकती है समस्या
बैठते ही लगातार पैर हिलाना एंजायटी या स्ट्रेस का संकेत भी हो सकता है. जब दिमाग में कई सारी चीजें चलने लगती है. व्यक्ति का स्ट्रेस बढ़ता है. तब व्यक्ति पैर हिलाने लगता है. लगातार यह आदत एंजायटी का संकेत देती है.
हाइपर एक्टीविटी डिसऑर्डर की समस्या हो सकती है
अगर किसी व्यक्ति को हर समय पैर हिलाता है तो यह उसकी हाइपर एक्टीविटी डिसऑर्डर की समस्या की ओर इशारा करती है. इसमें व्यक्ति को एक जगह ध्यान लगाने में दिक्कत होती है. अगर व्यक्ति लगातार पैर हिलाता है तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
(ख़बरों जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से)