Cholesterol Remedy: नसों में जमा गंदगी और ब्लॉकेज को तोड़ देंगी ये छोटी पत्तियां, पिघल जाएगी चर्बी

Written By नितिन शर्मा | Updated: Aug 24, 2023, 02:37 PM IST

नसों में जमा बैड कोलेस्ट्रॉल हार्ट अटैक से लेकर स्ट्रोक तक का खतरा बढ़ा देता है. ऐसे में आयुर्वेद में शामिल छोटी सी पत्तियां का रस नसों को साफ कर देता है.  

डीएनए हिंदी: बैड कोलेस्ट्रॉल का हाई लेवल बेहद खतरनाक होता है. यह आपकी जान तक ले सकता है. इसकी वजह बैड कोलेस्ट्रॉल वसा के रूप में नसों के अंदर भर जाता है. नसों में ब्लॉकेज बना देता है. इसकी वजह से ब्लड फ्लो भी प्रभावित होने लगता है. इसकी वजह से बॉडी में हार्ट अटैक से लेकर स्ट्रोक तक का खतरा बढ़ जाता है. इसमें व्यक्ति की मौत तक हो जाती है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए खानपान में बदलाव के साथ ही आयुर्वेद की जड़ी बूटियों का इस्तेमाल कर सकते हैं.  

अगर आपका भी कोलेस्ट्रॉल हाई रहता है तो आयुर्वेद में शमी के पौधे की छोटी छोटी पत्तियां इसका बेहद कारगर उपाय है. यह नसों में जमा गंदगी रूपी वसा यानी बैड कोलेस्ट्रॉल को साफ कर शरीर से बाहर कर देती है. इन सर्दी या गर्मी किसी भी में मौसम में सेवन किया जा सकता है.  इनका नियमित सेवन आपकी नसों को खोल देगा. 

ऐसे करें शमी की पत्तियों का सेवन

शमी की पत्तियां गर्म होती हैं. इनके सेवन से नसों में जमा गंदगी और वसा पिघल जाती है. शमी के पत्तों के रस को नींबू के रस और जीरा पाउडर मिलाकर पीना बेहद फायदेमंद है. हर दिन सुबह के यह रस बैड कोलेस्ट्रॉल को खत्म कर गुड कोलेस्ट्रॉल को बूस्ट करता है. यह उपाय बेहद कारगर है और दवाईयों का काम करता है. 

शमी की पत्तियों में होते हैं ये फायदे

शमी की पत्तों में एंटीहाइपरलिपिडेमिक होता है. यह एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं. यह खून में लिपिड लेवल को कंट्रोल करते हैं. शमी के पत्ते गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं. इससे दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है. यह कफ, खांसी, दस्त से लेकर बवासीर की समस्या को खत्म कर देता है. 

चर्बी को पिघला देते हैं शमी के पत्ते

मोटापे से परेशान हैं तो शमी की पत्तियों का रस का सेवन बेहद फायदेमंद होता है. इसे शरीर पर जमने वाली चर्बी पिघलकर बाहर हो जाती है. मेटाबॉल्जिम तेज होता है. इसके अलावा भी कई सारे फायदे मिलते हैं.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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