पूड़ी-कचौड़ी, पकौड़े समेत अन्य कई व्यंजनों को बनाने के लिए तेल (Cooking Oil) का इस्तेमाल किया जाता है. अक्सर इन चीजों के बनाने के बाद कढ़ाई में थोड़ा बहुत तेल बच जाता है, जिसे आमतौर पर लोग बचाकर रख लेते हैं और फिर बाद में इसका इस्तेमाल करते हैं. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाएं, क्योंकि यूज्ड तेल (Used Cooking Oil) को बार-बार इस्तेमाल करने से आप कैंसर (Cancer) की चपेट में आ सकते हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप तेल का सही तरीके से इस्तेमाल करें. आज का हमारा यह लेख इसी विषय पर है. तो आइए जानते हैं तेल का इस्तेमाल करने का सही तरीका क्या है और इसको कितनी बार यूज किया जा सकता है...
हाई कोलेस्ट्रॉल और पेट के दर्द का बन सकता है कारण
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर आप एक ही तेल को बार-बार गर्म करके खाना बनाने में इसका इस्तेमाल करते हैं, तो यह आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा सकता है. इतना ही नहीं, ऐसा करने से इसमें एसिड की मात्रा भी बढ़ जाती है और कुछ ऐसे जहरीले पदार्थ बढ़ जाते हैं, जो पेट के कैंसर के जोखिम को बढ़ा देते हैं. बता दें कि इसमें ट्रांस फैट की मात्रा बढ़ती है, इसके अलावा कार्सिनोजेनिक की मात्रा बढ़ने से ये कैंसर का कारण बन सकता है.
यह भी पढे़ं: कमजोर हो गई है आंखों को रोशनी, लग गया है चश्मा? रोज करें ये आसान एक्सरसाइज
एक्सपर्ट्स के बताते हैं कि दोबारा गर्म किए तेल में खाना बनाने से सेहत पर कई हानिकारक प्रभाव पड़ सकते हैं. बता दें कि अगर एक बार तेल बहुत ज्यादा तेज आंच पर गर्म हो जाए तो इसे थोड़ा ठंडा होने के बाद ही इस्तेमाल करें. दरअसल बहुत ज्यादा गर्म तेल में खाना बनाने से और उसमें नमक डालने से इसमें जल्दी धुआं निकलता है, ऐसे में अगर एक बार तेल से धुआं निकलने लगे तो यह इस्तेमाल के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता है.
तो फिर कैसे करें यूज्ड तेल का इस्तेमाल?
इसके लिए इस यूज्ड तेल को पहले अच्छी तरह से छान लें और फिर इसके बाद लो हीट कुकिंग में इस तेल का इस्तेमाल करें, लेकिन कोशिश करें कि इसमें किसी तरह की डीप फ्राइंग ना करें. आप चाहे तो इस तेल से पराठे सेंक सकते हैं या कोई सब्जी या दाल छौंक सकते हैं.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
DNA हिंदी अब APP में आ चुका है. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.
देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.