डीएनए हिंदी: आजकल खराब जीवनशैली और गड़बड़ खानपान के कारण पेट से जुड़ी कई तरह की गंभीर बीमारियों का जोखिम बढ़ रहा है. आमतौर पर पेट से जुड़ी कोई समस्या होने पर लोग दवाओं का सहारा लेते हैं, वहीं कई लोग घरेलू नुस्खे आजमाते हैं. लेकिन फिर भी समस्या (Stomach Problems) कम नहीं होती है. आपको बता दें कि पेट में दर्द या अन्य कोई गंभीर समस्या पेट में कैंसर जिसे गैस्ट्रिक कैंसर (Stomach Cancer) भी कहा जाता है, के संकेत हो सकते हैं. यह एक प्रकार का कैंसर है जो पेट की परत की कोशिकाओं को प्रभावित करता है. बता दें कि दुनिया भर में कैंसर का पांचवां सबसे आम प्रकार है और महिलाओं की तुलना में पुरुषों (Gastric Cancer) में अधिक देखा जाता है. ऐसे में समय रहते इसके लक्षणों की पहचान कर इसका इलाज शुरू कर देना चाहिए.
क्या है पेट का कैंसर
क्लीवलैंड क्लीनिक के मुताबिक जब पेट में कैंसर सेल्स अनियंत्रित तरीके से बढ़ने लगती है तो इसे पेट के कैंसर के रूप में जाना जाता है और यह पेट के किसी भी हिस्से में हो सकता है. इतना ही नहीं अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए, तो यह ट्यूमर का रूप लेकर, लिवर और पैनक्रियाज में फैल सकता है. इसलिए समय रहते इसके लक्षणों को पहचान कर इसका उपचार करना जरूरी है. आइए जानते हैं इन लक्षणों के बारे में...
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पेट के कैंसर के लक्षण
लगातार पेट में दिक्कत
बता दें कि पेट में परेशानी या दर्द पेट के कैंसर का सबसे आम और महत्वपूर्ण लक्षण है. दरअसल अक्सर अपच या छोटी-मोटी पाचन समस्याओं के कारण पेट में दर्द होने लगता है, जिसे हम आम समझकर जानें देते हैं, लेकिन ये कैंसर का प्रारंभिक संकेत हो सकता है और जब ओवर-द-काउंटर दवाओं या जीवनशैली में बदलाव के बावजूद ये परेशानी बनी रहती है तो ऐसे में हमें डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
पेट में ब्लोटिंग की समस्या
इसके अलावा पेट में ब्लोटिंग की शिकायत लंबे समय तक रहना भी पेट के कैंसर की ओर इशारा करता है. अगर आपको ये लक्षण नजर आए तो इसको भूलकर भी इग्नोर न करें. इससे आपकी ये समस्या वक्त के साथ और भी गंभीर हो सकती है.
वजन कम होने की समस्या
वहीं आहार या व्यायाम में बदलाव किए बिना वजन का कम होना पेट के कैंसर का इशारा करता है. इसके अलावा अगर वजन कम होने के साथ पेट में दर्द बना हुआ है तो तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है.
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मतली और उल्टी होना
इसके अलावा लगातार मतली और उल्टी हो विशेष रूप से भोजन के बाद को हल्के में नहीं लेना चाहिए. क्योंकि कभी-कभी मतली के विभिन्न कारण हो सकते हैं, लेकिन लगातार मतली, विशेष रूप से खाने के बाद, गैस्ट्रिक चिंताओं का संकेत देती है. ऐसे में तुंरत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
निगलने में कठिनाई होना
बता दें कि निगलने में कठिनाई, जिसे डिस्पैगिया के रूप में जाना जाता है, एक लक्षण है जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है और ठोस खाद्य पदार्थों को निगलने में परेशानी से लेकर और कैंसर के बढ़ने के साथ तरल पदार्थों की ओर बढ़ना खतरे की घंटी हो सकती है.
थकान और कमजोरी होना
वहीं पर्याप्त आराम के बावजूद बनी रहने वाली थकान और कमजोरी पेट के कैंसर सहित किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकती है. अक्सर इसे अनदेखा कर दिया जाता है और इसे दैनिक तनाव के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है, लेकिन आपको बता दें कि ये पेट के कैंसर का संकेत हो सकता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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