Thyroid Imbalance Symptoms: ये संकेत बताते हैं कि थायरायड हार्मोन में आ रही गडबड़ी, वेट से लेकर मेंटल स्टेट्स तक होता है खराब

Written By ऋतु सिंह | Updated: Oct 17, 2023, 12:33 PM IST

Thyroid Imbalance Symptoms 

अगर आपके शरीर में कुछ बदलाव अचानक से नजर आने लगे तो कभी भी नजर अंदाज न करें. आज आपको थायरायड हार्मोन के गड़बड़ होने के कुछ संकेत बताएंगे.

डीएनए हिंदीः थायरॉयड ग्रंथि के द्वारा नियंत्रित होने वाले थायरॉयड हार्मोन के स्तर में असंतुलन से होने वाले विभिन्न लक्षण हो सकते हैं. थायरॉयड रोग के दो प्रमुख प्रकार होते हैं: हाइपोथायरायडिज़म और हाइपरथायरायडिज़म, जिनमें थायरॉयड हार्मोन के स्तर की कमी और अधिक होती है, इसके लक्षण भी अलग-अलग होते हैं.

थायरॉयड ग्रंथि मेटाबोलिज्म को नियंत्रित करता है. थायरॉयड ग्रंथि शरीर की ऊर्जा से लेकर शरीर के तापमान और दिमाग तक को बैलेंस करने का काम करता है. इसी वजह से यह गतिविधि का केंद्र.जब थायरॉयड ग्रंथि सामान्य से कम मात्रा में हार्मोन बनाती है तो इसे हाइपोथायरायडिज्म के रूप में जाना जाता है.जब यह ग्रंथि ज़्यादा एक्टिव हो जाती है और शरीर की ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा में हार्मोन बनाती है, तो उस स्थिति को हाइपरथायरायडिज्म के रूप में जाना जाता है. 

थायरॉयड के लक्षण (Thyroid Symptoms)

  1. वज़न में अनजाने तौर पर परिवर्तन होना- यह या तो बहुत ज़्यादा वज़न बढ़ना हो सकता है या फिर वज़न बहुत कम होना 
  2. नींद के पैटर्न में बदलाव होना- अनिद्रा या बहुत ज़्यादा नींद आना, थायरॉयड रोगों के बारे में चिंता करने वाले ट्रिगर होते हैं
  3. दूसरे लोगों की तुलना में बहुत ज़्यादा गर्म या बहुत ठंडा महसूस करना
  4. घबराहट और चिंता होना- थायरॉयड ग्रंथि हमारे दिमाग की गतिविधियों को नियंत्रित करती है और थायरॉयड हार्मोन में असंतुलन होने पर रोगी के मन में भ्रम और घबराहट पैदा हो सकती है.
  5. आँतों के पैटर्न में बदलाव- थायरॉयड की समस्या से पीड़ित लोगों में कब्ज़ होना या ज़्यादा मल त्याग होना आम बात है
  6. बाल पतले होना, खासकर भौंहों पर
  7. माहवारी में बदलाव होना- बहुत ज़्यादा या बहुत कम माहवारी होना एक अच्छा संकेत नहीं है
  8. बांझपन या गर्भपात
  9. पेट फूलना- यह शरीर में फ्लूइड रिटेंशन होने के कारण होता है
  10. धड़कन तेज़ चलना
  11. मांसपेशियों में दर्द होना

ओवरएक्टिव थायरॉयड के लिए:
डॉक्टर दवाएं लिखते हैं जो ज़्यादा बनने वाले थायरॉयड हार्मोन के उत्पादन को नियंत्रित करती हैं. आमतौर पर, अगर रोगी इलाज के लिए अच्छी प्रतिक्रिया देते हैं और हार्मोन का उत्पादन नियंत्रण में आ जाता है, तो वे दवाओं का सेवन बंद कर सकते हैं. ज़्यादा हार्मोन बनने के उत्पादन को नियंत्रित करने में दवाएं बेअसर होने पर थायरॉयड सर्जरी अंतिम उपाय है.

अंडरएक्टिव थायरॉयड के लिए:
इस स्थिति में उम्र भर इलाज की आवश्यकता होती है. ओरल मेडिसिन एक सिंथेटिक थायरॉयड हार्मोन है और यह बहुत उपयोगी हो सकता है. आमतौर पर लोगों का वज़न बढ़ता है और बहुत ज़्यादा थकान और मानसिक धुंधलापन दूर हो जाता हैं.
 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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