Winter Depression: ठंड के मौसम में उदासी-डिप्रेशन हो सकता है इस बीमारी का संकेत, जान लें इससे बचने के उपाय

Written By Abhay Sharma | Updated: Jan 04, 2024, 05:32 PM IST

Winter Blues Depression

Seasonal Affective Disorder: विंटर ब्लूज का बुरा असर सेहत पर पड़ता है और इससे तन-मन के अलावा वर्क प्रोडक्टिविटी पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है. आइए जानते हैं इससे बचने के उपाय के बारे में..

डीएनए हिंदीः सर्दी के मौसम में अक्सर लोगों को धुंध, कम रोशनी से दिनभर आलस्य और निद्रा शरीर को घेरे रखते है. इतना ही नहीं, इस मौसम में धूप न निकल पाने से लोग हर वक्त सुस्त रहते हैं, जो कई बार शरीर में तनाव का भी कारण बनने लगता है. बता दें कि  इस समस्या को सीजनल एफेक्टिव डिसऑर्डर (Seasonal Affective Disorder or SAD) के नाम से जाना जाता है, जिसे आम भाषा में विंटर ब्लूज (Winter Blues) या विंटर डिप्रेसन (Winter Depression) कहा जाता है. इसका बुरा असर सेहत पर पड़ता है और इससे तन-मन के अलावा वर्क प्रोडक्टिविटी पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है. आइए जानते हैं विंटर ब्लूज का सेहत पर क्या पड़ता है असर और क्या हैं इससे बचाव के उपाय.. 

विंटर ब्लूज 

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार सर्दी की शुरुआत होने के साथ ही कुछ लोग बेचैनी, उदासी और चिंता की चपेट में आ जाते हैं और ऐसी स्थिति में किसी काम में उनका मन नहीं लगता है. इसे विंटर ब्लूज कहते हैं और इसके शिकार लोगों को लो एनर्जी, ओवरस्लीप और ओवरइटिंग की समस्या होने लगती है. इसके अलावा ऐसे लोग एंग्जाइटी के शिकार होने लगते हैं.

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विंटर ब्लूज से ऐसे पाएं निजात

एक्सरसाइज करें

सर्दी के मौसम में आलस ज्यादा होता है और घर से निकलने का मन नहीं करता है. लेकिन अगर आपको विंटर ब्लूज से निजात पाना है तो इसके लिए एक्सरसाइज सबसे अच्छा तरीका है. ऐसे में जरूरी है कि रोजाना कम से कम 15 मिनट एक्सरसाइज करें. क्योंकि बॉडी को एक्टिव रखने के लिए एक्सरसाइज बहुत ही जरूरी है और इससे स्ट्रेस भी कम होता है. इसके अलावा एक्सरसाइज से बॉडी में होने वाली ऐंठन भी दूर होती है.

विटामिन सी से भरपूर डाइट

इसके अलावा विंटर ब्लूज से खुद को दूर रखना है तो विटामिन सी का सेवन बहुत ही जरूरी है. इसके लिए आप संतरा, हरी सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स का सेवन जरूर करें.

लाइट थेरेपी है जरूरी

वहीं बॉडी को रोजाना कम से कम 20 मिनट तक सूरज की रोशनी मिलनी चाहिए. हालांकि सर्दी में धूप नहीं निकलने के चलते हमारी आंखों को जरूरी मात्रा में रोशनी नहीं मिल पाती है. इससे जो लोग सेंसिटिव हैं, उसमें मूड डिसऑर्डर आने के चांसेज होते हैं. बता दें कि इसके लिए खुद को एक्टिव रखने के लिए लाइट थेरेपी की मदद ली जा सकती है. ऐसे में जरूरी है कि रोजाना करीब 30 मिनट तक लाइट बॉक्स के सामने बिताएं.

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खानपान का रखें ध्यान

विंटर ब्लूज से बचने के लिए सर्दी में इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखना जरूरी है और इसके लिए खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. विंटर ब्लूज से बचने के लिए और सेहतमंद रहने के लिए भुने हुए भोजन का सेवन करें. इसके लिए डाइट में चना, सब्जी और बादाम शामिल करें.

तय समय पर सोएं और उठें

सर्दी के मौमस में आलस की वजह से बिस्तर छोड़ने का मन नहीं करता है. लेकिन ऐसे में समय पर नहीं सोना और समय पर नहीं उठना मेंटल हेल्थ के लिए नुकसानदायक हो सकता है. इसलिए सोने और जगने का सही समय तय करें. क्योंकि नींद पूरी होने से कोई भी काम करने में मन लगता है. तनाव भी नहीं होती है.

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

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