डीएनए हिंदीः आजकल की खराब लाइफस्टाइल के कारण ज्यादातर लोग नींद न आने की समस्या से परेशान रहते हैं, इसकी वजह से लोग कई तरह की गंभीर (Sleep Deprivation) बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. बता दें कि शरीर के बेहतर ढंग से काम करने के लिए कम से कम सात से आठ घंटे की अच्छी नींद लेनी ही चाहिए. क्योंकि पर्याप्त नींद न लेने से शरीर शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से कमजोर हो जाता है और (Lack Of Sleep) खराब क्वालिटी वाली नींद आपके दिल, किडनी और मानसिक स्वास्थ्य को भी खतरे में डालती है. लेकिन भागदौड़ भरी लाइफ में हर कोई कड़ी मेहनत करने में व्यस्त (Sleep Disorder) है और बैलेंस लाइफस्टाइल बनाए रखने की कोशिश कर रहा है और नींद किसी की प्राथमिकता में नहीं है, जिसके कारण लोग कम उम्र में गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाते हैं...
नींद की कमी के कारण हो सकती हैं ये बीमारियां
दिल की बीमारी का खतरा
कम सोने या खराब स्लीप साइकिल की वजह से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा रहता है. इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स हमेशा पूरी और गुड क्वालिटी स्लीप को मेंटेन रखने की सलाह देते हैं.
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हाई ब्लड प्रेशर की समस्या
इसके अलावा खराब स्लीप रूटीन से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है. वहीं अगर आप पहले से ही हाई बीपी के रोगी हैं तो आपको और भी सतर्क रहने और गुड क्वालिटी स्लीप को मेंटेन रखने की जरूरत है.
स्ट्रोक का खतरा
नींद की कमी के कारण स्ट्रोक का खतरा हो सकता है, जो लोग प्रति रात 5 घंटे से कम सोते हैं, उनमें स्ट्रोक होने की संभावना उन लोगों की तुलना में तीन गुना अधिक हो सकती है जो 7 घंटे सोते हैं. इसलिए हमेशा बेहतर नींद लेने की जरूरत है.
डायबिटीज हो सकता है
बता दें कि अगर आप नियमित रूप से 7 घंटे से कम नींद लेते हैं तो ऐसे में आपके लिए डायबिटीज को मैनेज करना कठिन हो सकता है. इसलिए डायबिटीज रोगियों को इस बात का खास ख्याल जरूर रखना चाहिए.
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सर्दी या बुखार की समस्या
जब हम सोते हैं तो हमारा शरीर रिपेयर हो जाता है और इस दौरान इम्यूनिटी साइटोकिन्स नामक प्रोटीन छोड़ती है. बता दें कि कुछ ऐसे प्रोटीन हमारे शरीर में सूजन या संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं. ऐसे में नींद की कमी साइटोकिन्स को कम कर सकती है जिससे हमारा इम्यून लेवल कम हो सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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