Slip Disc Problem : क्या है स्लिप डिस्क की समस्या, दर्द के लक्षण और कैसे करें इलाज

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Sep 16, 2022, 12:13 PM IST

Slip disc की समस्या क्या है, कैसे उठने बैठने में होती है दिक्कत, क्या हैं लक्षण और क्या सर्जरी ही जरूरी है. क्या है इसका इलाज

डीएनए हिंदी : Slip Disc Problem Causes and Symptoms- रीढ़ के (Spine) बगैर शरीर की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. रीढ़ शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, अगर इसमें कहीं समस्या हो तो आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. स्लिप डिस्क के बारे में तो आपने सुना होगा, रीढ़ में होने वाली दिक्कत, जो आगे चलकर आपको चलने बैठने और उठने में भी परेशान करती है.आईए जानते हैं स्लिप डिस्क की समस्या के लक्षण और इलाज

स्लिप डिस्क (what is Slip Disc)

रीढ़ की हड्डी में मौजूद हड्डियों जिन्हें कशेरुका (Vertebrae) कहा जाता है,इसे सहारा देने के लिए छोटी-छोटी गद्देदार दो डिस्क होती हैं जो रीढ़ की हड्डी को किसी के झटकों से चोट लगने से बचाने में मदद करती हैं. इसके अलावा इन्हीं डिस्क की मदद से हमारी रीढ़ की हड्डी लचीली बनी रहती है, लेकिन अगर किसी कारण या चोट से कोई एक या दोनों डिस्क खराब हो जाएं,इनमें सूजन या टूटने के कारण ये खुल सकती हैं जिसे स्लिप डिस्क कहा जाता है. रीढ़ की समस्या के कई स्टेज होते हैं, यह पहले स्टेज से आगे बढ़ती जाती है. कई बार स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि इसकी सर्जरी भी होती है.

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कारण (Causes of Slip Disc)

ऐसा कहा जाता है कि हड्डियां या डिस्क अपनी जगह से खिसक जाती हैं बल्कि इसका यह मतलब होता है कि ये डिस्क अपनी सामान्य सीमाओं से आगे बढ़ जाती हैं या फूल जाती हैं या इन डिस्क की बाहरी दीवार में किसी तरह की दरार या छेद हो जाता है जिससे इसमें मौजूद द्रव जिसे न्यूक्लियस पल्पोसस (Nucleus Pulposus) कहते हैं,का रिसाव होने लगता है. जिसका प्रभाव रीढ़ की हड्डी या उसके नजदीकी तंत्रिका पर हो सकता है. इसके कारण एक हाथ या पैर में कमजोरी आ सकती है, या यह स्थिति दोनों ही हाथों पैरों को प्रभावित कर सकती है.

कैसे होती है स्लिप डिस्क 

रीढ़ की हड्डी के किसी भी हिस्से में स्लिप डिस्क हो सकती है लेकिन इसकी सबसे अधिक समस्या पीठ के निचले हिस्से को ही प्रभावित करती है. इसकी समस्या आमतौर पर बढ़ती उम्र खासकर 35 से 50 साल के बीच की उम्र के लोगों को ज्यादा प्रभावित कर सकती है लेकिन बदलती लाइफस्टाइल के कारण इसकी समस्या छोटे उम्र के लोगों में भी देखी जा सकती है, इसके अलावा स्लिप डिस्क की समस्या महिलाओं की तुलना में पुरुषों को होने का जोखिम लगभग दोगुना हो सकता है. साथ ही,वजन बढ़ने की समस्या भी इसके जोखिम को कई गुना बड़ा सकती है क्योंकि शरीर का अधिक वजन शरीर के निचले हिस्से में डिस्क पर अधिक प्रेशर का कारण बन सकता है.

लक्षण (Slip Disc Symptoms)

शरीर के एक या दोनों तरफ के हिस्से में दर्द होना
शरीर के एक या दोनों हिस्सों में कमजोरी आना
एक हाथ या पैर या दोनों में दर्द होना
खड़े होने या बैठने के बाद अधिक दर्द होना
चलने फिरने पर शरीर के निचले हिस्से में दर्द होना
प्रभावित अंग में झुनझुनी होना या जलन होना

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इलाज (Treatment)

कई लोग एक्सरसाइज और फीजियोथैरेपी से ही इसका इलाज करते हैं, कई लोग पेनकिलर लेते हैं. 
अगर पेन किलर टैबलेट आपके लक्षणों पर असर नहीं करती हैं तो आपके डॉक्टर आपको अन्य दवाएं लेने के लिए भी सलाह दे सकते हैं,जैसे-मसल्स को राहत देने के लिए दवा, दर्द को दूर करने के लिए मादक द्रव, गाबापेंटीन या ड्युलोकसेटाईन जैसी तंत्रिका के लिए दवाएं दी जा सकती हैं. 

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है

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