Obesity Causes: स्ट्रेस-एंग्जाइटी भी बनता है बढ़ते वजन का कारण, जानें क्या है इसका मोटापे से कनेक्शन

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 05, 2023, 12:34 PM IST

स्ट्रेस-एंग्जाइटी भी बनता है बढ़ते वजन का कारण

Stress And Anxiety Cause Obesity: स्ट्रेस और एंग्जाइटी के कारण भी मोटापा बढ़ सकता है. इसलिए मोटापे पर काबू पाना है तो स्ट्रेस और एंग्जाइटी पर भी काबू पाना जरूरी है.

डीएनए हिंदी:  मोटापा आज के समय में एक बड़ी और गंभीर समस्या बन चुका है. बता दें कि खराब लाइफस्टाइल, गड़ब़ड़ खानपान, गलत आदतें व जरूरत से ज्यादा तनाव लेना आदि मोटापे की सबसे बड़ी वजहों में से एक है. मोटापे को लोग अपनी फिजिकल अपीयरेंस से जोड़कर देखते हैं और इसलिए एक परफेक्ट फिगर पाने के लिए काफी मेहनत करते हैं. इसके लिए लोग हैवी एक्सरसाइज करते हैं और स्ट्रिक्ट डाइट फालो करते हैं. मोटापा सिर्फ (Stress And Anxiety Cause Obesity) फिजिकल अपीयरेंस पर ही असर नहीं डालता है, बल्कि यह स्वास्थ्य को भी बुरी तरह से प्रभावित करता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि स्ट्रेस और एंग्जाइटी के कारण भी मोटापा बढ़ (Body Fat Risk Heart Disease) सकता है. इसलिए मोटापे पर काबू पाना है तो स्ट्रेस और एंग्जाइटी पर भी काबू पाना जरूरी है. आइए जानते हैं इसके बारे में.   

स्ट्रेस से भी बढ़ता है वजन 

हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आप अधिक तनाव लेते हैं तो ये स्थिति आपमें वजन बढ़ने का कारण हो सकती है. दरअसल जब हम तनाव की स्थिति में होते हैं तो शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है और इससे अधिक खाने की इच्छा पैदा होती है, इतना ही नहीं यह नींद में खलल और मेटाबॉलिज्म दर को भी प्रभावित करता है, जिसकी वजह से पेट की चर्बी और शरीर का संपूर्ण वजन बढ़ने का जोखिम रहता है. 

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क्या है कोर्टिसोल 

बता दें कि कोर्टिसोल आपके शरीर द्वारा स्वाभाविक रूप से निर्मित एक हार्मोन है और जब लोग तनाव में होते हैं तो कोर्टिसोल गुर्दे पर स्थित अधिवृक्क ग्रंथियों द्वारा बनने लगता है. यह अस्थायी रूप से नियमित शारीरिक कार्यों को रोक देता है और मेटाबोलिज्म को धीमा कर देता है. यह हार्मोन जीवित रहने के लिए आवश्यक है, लेकिन यह अधिक मात्रा में हानिकारक हो सकता है. बता दे कि विटामिन-डी कोर्टिसोल बनाने के लिए आवश्यक एक एंजाइम की प्रक्रिया रोक सकता है.

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मेटाबॉलिज्म होता है धीमा 
 
बता दें कि मेटाबोलिज्म की तीव्रता के कारण शरीर सक्रिय और स्वस्थ रहता है और इसकी कमी के कारण शरीर सुस्त और निष्क्रिय हो जाता है. ऐसे में ज्यादा भागदौड़ न कर पाना और जल्दी थक जाना जैसी चीजें होने लगती हैं. बता दें कि तनाव बढ़ाने वाला हार्मोन कोर्टिसोल आपके मेटाबोलिज्म को धीमा कर देता है और इससे भूख लगती है और मन भोजन की ओर दौड़ने लगता है, जो मोटापे का कारण बनता है.   

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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