Hypertension: हर 4 में से 1 युवा हाई BP का शिकार, तनाव के साथ घंटों मोबाइल के इस्तेमाल से बढ़ रहा है हाइपरटेंशन का ग्राफ

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 18, 2023, 07:01 PM IST

Photo Credit: Zee News

ब्लड प्रेशर की समस्या अब आम हो गई है, लेकिन इसका यह रूप बेहद खतरनाक है. इसकी वजह तनाव के साथ ही घंटों मोबाइल का इस्तेमाल करना भी है.

डीएनए हिंदी: (High Blood Pressure Causes and Symptoms) अगर आप सोच रहे हैं कि हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन सिर्फ बुजुर्ग लोगों को होता है. या इसकी वजह सिर्फ तनाव है तो आप गलत हैं. क्योंकि हाल ही में आए रिपोर्ट की मानें तो ज्यादातर युवा भी ब्लड प्रेशर के शिकार हैं. इसकी वजह इसकी सिर्फ तनाव या खराब खानपान ही नहीं घंटों मोबाइल का यूज करना भी है. यही वजह है कि देश में हर चौथे शख्स ब्लड प्रेशर के हाई या लो लेवल का शिकार हैं. वहीं हाइपरटेंशन मरीजों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है. 

युवा या बुजुर्ग ही नहीं बच्चे भी हैं ग्रस्त

डॉक्टर सैय्यद जफरुल बताते हैं कि ब्लड प्रेशर को लेकर जागरूकता की कमी की वजह से लोग इस खतरनाक बीमारी के गिरफ्त में आ रहे हैं. साथ ही खराब जीवनशैली एवं खान-पान में जंक फूड बढ़ जाने के कारण इसके मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इसमें घंटों मोबाइल का इस्तेमाल भी एक कारण उभर कर आया है. हाइपरटेंशन के कारण विभिन्न अंग क्षतिग्रस्त हो सकते हैं. आजकल तनाव और मोबाइल बच्चों की सेहत पर भारी पड़ रहा है. खान-पान का तरीका भी बदल गया है. अभी तक यह माना जाता था कि ब्लड प्रेशर बुजुर्गों की बीमारी है, लेकिन दुबले-पतले बच्चे भी हाइपरटेंशन की जद में है. बहुत से बच्चों के परिवार में भी ब्लड प्रेशर का इतिहास नहीं मिला, फिर भी उनमें यह समस्या पनप आई है. 

ये हैं ब्लड प्रेशर का कारण 

-अनिद्रा
-अनुवंशिक
-बढ़ती उम्र
-थायराइड
-धूम्रपान करना
-ज्यादा जिम जाना
-जंक फूड ज्यादा लेना
-शराब का अधिक सेवन
-हृदय से जुड़ी कई समस्या
-मानसिक व शारीरिक तनाव
-रक्त से जुडी कोई अन्य समस्या
-मोटापा या लगातार वजन बढ़ता
-ज्यादा नमक या मसालेदार खाना लेना
-मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल

ब्लड प्रेशर के ये हैं लक्षण

-सिरदर्द
-थकान या भ्रम
-छाती में दर्द
-पसीने आना
-सांस फूलना
-घबराहट होना
-उल्टियां आना
-धुंधला नजर आना

ऐसे किया जा सकता हाइपरटेंशन से बचाव

एक्सपर्ट्स के अनुसार, हाइपरटेंशन से बचने के लिए हर दिन व्यायाम, संयमित भोजन, फल एवं हरी सब्जियों का सेवन करें. इसके साथ ही धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें. मौसमी और ताजे फलों का सेवन करें. छह माह में एक बार बीपी जरूर चेक करवाएं. कम फैट वाले डेयरी उत्पाद डाइट में शामिल करें. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।) 

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