डीएनए हिंदी: हमारे किचन में मौजूद कई ऐसी सब्जियां (veggies) होती हैं जो कई गंभीर बीमारियों (Serious Disease) में दवा की तरह काम करती हैं लेकिन इसका पता हमें नहीं होता है. यहां आपको दो ऐसी सस्ती से सब्जी के बारे में बताएंगे जो हाई ब्लड प्रेशर (High BP) ही नहीं, हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) को भी एक घंटे के अंदर ही डाउन करने का दम रखती हैं.
ब्रिटेन के डॉक्टर क्रिस वान टुल्लेकेन ने अपने रिसर्च में तीन सब्जियों को शामिल किया था और पाया कि दो सब्जियां हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में दवा जैसा काम करती हैं. डॉक्टर क्रिस वान टुल्लेकेन चुकंदर,और लहसुन अपना रिसर्च किया था. और पाया था कि दोनों ही सब्जियां हाई कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगा हैं.
यह भी पढ़ें: इन 2 विटामिन सप्लीमेंट्स को साथ लेना बढ़ा देगा स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा
बता दें कि हाई बीपी या हाई कोलेस्ट्रॉल दोनों ही हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा पैदा करते हैं. वहीं, किंग्स कॉलेज लंदन के डॉ. एंडी वेब भी इन सब्जियों के असर को पता करने के लिए बड़े स्तर पर प्रयोग किया और पाया कि जिन मरीजों का अधिकतम ब्लड प्रेशर 130mm से ज़्यादा था. ऐसे लोंगों के दो ग्रुप बने और पहले हफ़्ते 'समूह 1' के वॉलिंटियरों को हर रोज़ लहसुन की दो कलियां खाने को दी गई. 'समूह 2' के हर सदस्य को प्रतिदिन दो चुकंदर खाने को दिए गया.
दूसरे और तीसरे हफ़्ते में हर समूह को खिलाई जाने वाली चीज़ें आपस में बदल दी गईं. जब रिजल्ट सामने आया तो पाया गया कि लहसुन और चुकंदर दोनों ही सुपरफूड साबित हुए. दोनों ने ब्लड वेसेल्स यानी खून की नसों को चौड़ा करने का काम किया जिससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार हुआ.
बता दें कि रिसर्च के दौरान हर वॉलिंटियर के ब्लड प्रेशर को दिन में दो बार सुबह और शाम मापा जाता था और हर बार लिए गए आंकड़ों के आधर पर यह पता चला कि जिनका औसत ब्लड प्रेशर 133.6mm था उनका बीपी चुकंदर खाने के बाद 128.7mm हो गया और जिन्होंने लहसुन खाया था उनका बीपी 129.3mm हो गया था.
यह भी पढ़ें: यूरिक एसिड और ज्वाइंट पेन की दवा होगी बेअसर, अगर नहीं सुधारीं अपनी ये 5 आदतें
बता दें कि ब्रिटेन के डॉक्टर क्रिस वान टुल्लेकेन और किंग्स कॉलेज लंदन के डॉ. एंडी वेब दोनों की रिसर्च में समानाता पाई गई. रिसर्च में यह पाया गया कि अगर लहसुन और चुकंदर दोनों ही स्ट्रोक और हर्ट अटैक का ख़तरा 10 फ़ीसदी तक घट सकते हैं.
चुकंदर में मुख्य रूप से जो नाइट्रेट पाया जाता है, वो उदाहरण के लिए तमाम हरी सब्ज़ियों जैसे अजवाइन, पत्तागोभी, जलकुंभी, आर्गुला, पालक, ब्रोकली आदि में पाया जाता है, वहीं लहसुन में मुख्य तौर पर एलिसिन होता है, जो प्याज और उस जैसी दूसरी प्रजातियों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.
सब्ज़ियों और सागों में नाइट्रेट को कैसे बचाएं?
सलाद और सब्ज़ियों को कच्चे ही खाएं. सब्ज़ियों में पाया जाने वाला नाइट्रेट तभी सुरक्षित रह पाता है जब उन्हें पकाया न जाए. जब उन्हें पकाया या भूना जाता है तो नाइट्रेट की मात्रा कम हो जाती है. नाइट्रेट पानी में घुल जाता है. इसलिए जब हम इन सब्ज़ियों और सागों को उबालते हैं तो उनमें मौजूद कुछ नाइट्रेट पानी में घुल जाता है. इनका अचार बनाने पर भी नाइट्रेट बर्बाद हो जाता है. इसलिए आप चुकंदर का रस पीएं या कच्चा सलाद में खाएं. वैसे ही लहसुन की चटनी बनाएं या कच्चा खाएं. याद रखें माइक्रोवेव में लहसुन को न डालें और न ही इसे गर्म करें. इससे एलिसिन बहुत तेज़ी से ख़राब होता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर