डीएनए हिंदी: डायबिटीज की वजह लोग चीनी या रिफाइंड कार्ब्स की अधिकता को ही मानते हैं लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि कुछ हेल्दी चीजें भी ब्लड शुगर को बढ़ा सकती हैं. असल में कुछ हेल्दी फूड मानी जाने वाली चीजें डायबिटीज या ब्लड शुगर के मरीजों के लिए सही नहीं होती हैं.
डायबिटीज इंसुलिन रेसिस्टेंट की वजह से होता है और यही वजह है कि शरीर ब्लड शुगर को कंट्रोल करने वाले हार्मोन इंसुलिन का ठीक से यूज नहीं कर पाते हैं. डायबिटीज में इंसुलिन का इनएक्टिव होना ही मुख्य कारण होता है और इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को प्रभावित करती है. इनमें मोटापा, स्मोकिंग, बहुत अधिक शराब का सेवन और नियमित रूप से हाई ग्लाइसेमिक खाद्य पदार्थों का सेवन करना जोकि ब्लड शुगर बढ़ाते हैं.
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5 चीजें शुगर के मरीजों को खाने बचना चाहिए
हर तरह के फ्रूट जूस
फ्रूट जूस हेल्दी ड्रिंक्स में शुमार है, लेकिन ये डायबिटीज के मरीजों के लिए बिलकुल हेल्दी नहीं है. फ्रूट जूस में मौजूद फ्रूक्टोहज तुरंत शुगर में बदल जाता है और ब्लड में मिल जाता है. इससे फायदे की जगह नुकसान ज्यादा होता है. फलों के रस में फ्रुक्टोज की मात्रा भी अधिक होती है. फ्रुक्टोज इंसुलिन रेसिस्टेंट, मोटापा और हृदय रोग से जुड़ा है.
डेयरी प्रोडक्टस कम लें
डेयरी प्रोडक्टस प्रोटीन के लिए बेस्टी होते हैं लेकिन ये जरूरी नहीं कि ये सभी के लिए बेस्ट हों. हाई यूरिक एसिड और डायबिटीज में इनका प्रयोग बहुत ही कम करना चाहिए. बता दें कि डेयरी प्रोडक्टन में लैक्टोज शुगर भी होती है. अगर आप डेयरी उत्पाद ले रहे हैं, तो आपको कार्ब्स वाली चीजों का सेवन कम करना चाहिए. एक अध्ययन के अनुसार हाई फैट वाले डेयरी उत्पाद कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा सकते हैं
कॉफी भी भी करें परहेज
फ्लेवर्ड कॉफी का सेवन शुगर के मरीजों के लिए नुकसानदायक होता है. वजन बढ़ाने के साथ ही शुगर को भी बढ़ता है. फ्लेवर्ड कॉफी कार्ब्स से भरी हुई होती है.
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ड्राई फ्रूट का सेवन सही नहीं
सूखे हुए फल जब ड्राई फ्रूट्स में बदल जाते हैं तो ये शुगर के मरीज के लिए सही नहीं होते हैं. विटामिन सी और पोटेशियम से भरे ये ड्राई मेवे जब सूखते हैं तिो इनमें पानी की कमी हो जाती है, जिससे इन पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है और शुगर की मात्रा भी बढ़ जाती है.
एनिमल बेस्ड प्रोटीन लेने से बचें
प्रोटीन शरीर की मांसपेशियों के निर्माण और विकास में सहायक है और खाने में करीब 40 प्रतिशत इसी को लेना चाहिए, लेकिन डायबिटीज या हाई ब्लड शुगर वालों को प्रोटीन लेने से बहुत ज्यादा बचना चाहिए. शरीर प्रोटीन को चीनी में तोड़ सकता है, लेकिन यह प्रक्रिया कार्ब्स को कम तोड़ती है. डायबिटीज के मरीजों एनिमल बेस्ड प्रोटीन की जगह वेज प्रोटीन लेना चाहिए. दरअसल एनिमल प्रोटीन वाली चीजों में फैट की मात्रा भी अधिक होती है, जिससे वजन बढ़ने और हाई कोलेस्ट्रॉल का खतरा हो सकता हैै.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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