डीएनए हिंदी: दूध एक काफी लोकप्रिय और पौष्टिक पेय पदार्थ है. रोजाना दूध (Control Diabetes and Blood Sugar Naturally) के सेवन से यह शरीर में ना सिर्फ ऊर्जा भर देता है बल्कि शरीर को कई तरह के न्यूट्रिशियन भी देता है. जैसा कि हम सभी जानते हैं कि डायबिटीज (How to Control Diabetes and Blood Sugar) के मरीजों के लिए एक स्वस्थ आहार बहुत महत्वपूर्ण होता है जो उन्हें उनके इस बीमारी से लड़ने में मदद करे. ऐसे में दूध एक अच्छा विकल्प है.
दूध में ग्लूकोज, लैक्टोज, प्रोटीन और कैल्शियम जैसे न्यूट्रिएंट्स होते हैं जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं. हालांकि अधिक मात्रा में दूध पीने से ब्लड शुगर(what to eat in diabetes) का स्तर बढ़ सकता है जो डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरनाक भी हो सकता. आपको परेशान होने की बिल्कुल भी जरुरत नहीं है क्योंकि आज डीएनए हिंदी के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप दूध में अगर कुछ हर्ब्स मिलाकर पियें (how to reduce blood sugar) तो कैसे इससे आपका ब्लड शुगर लेवल कम हो जाएगा. इतना ही नहीं इसके निरंतर सेवन से डायबिटीज भी खत्म हो जाएगी, हड्डियां और मांसपेशियों को ताकत मिलेगी और डाइजेशन भी ठीक रहेगा.
यदि आप ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप दूध में इन चीजों को मिला सकते हैं:
हल्दी: कुछ रिसर्च में पाया गया है कि हल्दी (turmeric help to prevent diabetes) में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं. इतना ही नहीं हल्दी आपके शरीर में इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाने में मदद करती है साथ ही वजन को कम करने, चेहरे पर ग्लो लाने और हड्डियों व मांसपेशियों को मजबूत बनाती है. आप रोजाना रात को सोने से 2 घंटे पहले 200-300 फैट फ्री मिल्क में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर पी सकते हैं.
मेथी दाना: भारत के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दो दशकों में हुए शोधों से पता चला है कि मेथी के बीज (benefits of methi in diabetes) मधुमेह के रोगियों में रक्त शर्करा को कम करने में मदद करते हैं. मेथी दाना के सेवन के लिए आप कुछ मेथी दानों को पानी में 4-5 घंटों के लिए भिगोकर रख दें. फिर इसको मिक्सी में ग्राइंड कर लें. अब आप एक छोटे चम्मच मेथी दाने को सुबह खाली पेट 500ml पानी में या फिर 150-200ml दूध में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं.
जायफल: एक रिसर्च के अनुसार डायबिटिक (benefits of Nutmeg in diabetes) पेशेंट के लिए जायफल का अर्क ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करता है और अग्नाशय के ऊतकों में एंटीऑक्सीडेंट गतिविधियों में सुधार करता है. इतना ही नहीं यह लिपिड प्रति ऑक्सीकरण और इंसुलिन, मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है जो टाइप 2 डायबिटीज एजेंट पेरॉक्सिसोम प्रोलिफेरेटिव रिसेप्टर (PARR) की वजह से पैदा होने वाले स्ट्रेस को घटाता है. ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए आप दूध मे जायफल मिलाकर सेवन कर सकते हैं.
दालचीनी: दालचीनी इंसुलिन सेंसिटिविटी (benefits of Cinnamon in diabetes) बढ़ाने और खाने के बाद ब्लड शुगर के लेवल कम करने में मदद कर सकती है जिससे कोशिकाओं में शुगर को स्थानांतरित करने में इंसुलिन अधिक कुशल हो जाता है. इस कारण यह मधुमेह (type 2 diabetes) से लड़ने में भी आपकी मदद कर सकती है. आप एक गिलास टोंड मिल्क में एक टी-स्पून दालचीनी पाउडर या फिर 1 गिलास दूध में 2-4 ग्राम दालचीनी को उबालने के बाद पी सकते हैं. यदि आप पहले किसी बीमारी से झूझ रहें हैं तो हमारी सलाह रहेगी कि इसके सेवन से पहले डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें.
सफेद मूसली: मूसली में फाइबर की मात्रा (how to control blood sugar) अधिक होती है जो पाचन क्रिया को दुरुस्त और ब्लड में शुगर के अवशोषण को धीमा करने में मदद कर सकती है. इससे ब्लड ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है जिसके परिणामस्वरूप यह इंसुलिन सेंसटिविटी में सुधार लाती है. इतना ही नहीं ये आपकी कमजोर नसों में जान फूंक देती है.
किनोवा: किनोवा एक सुपरफूड है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है. इतना ही नहीं इसमें शुगर और कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा कम होती है. कई अनुसंधानों में ये पाया गया है कि अगर आप चावल की जगह किनोवा इस्तमाल करते हैं तो आपका वजन और शुगर तेजी से नहीं बढ़ता लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि आप इसे कितनी भी मात्रा में खा सकते हैं. आप दूध में किनोवा की थोड़ी से मात्रा मिलाकर सुबह ब्रेकफास्ट में ले सकते हैं. इससे आपको 4-5 घंटे तक भूख नहीं लगेगी और आपके अनियमित खाने की आदत भी सुधर सकती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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